- Hindi News
- धर्म
- शनिवार विशेष: ये 7 उपाय बदल सकते हैं आपकी किस्मत, शनि की साढ़ेसाती में मिलती है राहत
शनिवार विशेष: ये 7 उपाय बदल सकते हैं आपकी किस्मत, शनि की साढ़ेसाती में मिलती है राहत
Dharam Desk

शनिवार का दिन विशेष रूप से शनि देव को समर्पित होता है। यह दिन उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण होता है जिनकी कुंडली में शनि की साढ़ेसाती, ढैय्या, या शनि दोष चल रहा होता है।
शनिदेव न्याय के देवता हैं — वे कर्म के अनुसार फल देते हैं। यदि उन्हें सही ढंग से पूजा जाए, तो शनि कृपा से बाधाएं दूर होती हैं और सौभाग्य मिलता है।
यहाँ कुछ प्रभावशाली शनिवार के उपाय दिए जा रहे हैं:
1. शनिदेव की पूजा करें
-
शनिवार को प्रातः स्नान करके पीपल के पेड़ को जल चढ़ाएं और उसकी सात परिक्रमा करें।
-
"ॐ शं शनैश्चराय नमः" मंत्र का 108 बार जाप करें।
-
शनि मंदिर में जाकर सरसों का तेल, काले तिल, काली उड़द, और काले वस्त्र चढ़ाएं।
2. पीपल पर दीपक जलाएं
-
सूर्यास्त के बाद पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं।
-
इससे शनि दोष में राहत मिलती है और दरिद्रता दूर होती है।
3. शनिदेव को तेल चढ़ाएं
-
काले रंग के बर्तन में सरसों का तेल भरकर उसमें अपनी छाया देखकर शनि देव को अर्पित करें।
-
यह उपाय शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या में विशेष लाभ देता है।
4. गरीबों को दान करें
-
शनिवार को काले वस्त्र, काले तिल, लोहा, चप्पल, umbrella, या तेल का दान करें।
-
विशेष रूप से किसी जरूरतमंद, विकलांग या वृद्ध व्यक्ति की मदद करने से शनि प्रसन्न होते हैं।
5. हनुमान जी की उपासना करें
-
शनि देव हनुमान जी के भक्तों को कष्ट नहीं देते।
-
शनिवार को हनुमान चालीसा, बजरंग बाण या सुंदरकांड का पाठ करें।
-
हनुमान मंदिर में चोला चढ़ाएं और सिंदूर-तेल अर्पित करें।
6. काली चीजों का उपयोग करें
-
शनिवार को काले रंग के वस्त्र पहनें, काले चने का सेवन करें या काली गाय को चारा खिलाएं।
-
काली उड़द की दाल का दान करना विशेष फलदायी होता है।
7. शनि स्तोत्र या शनि चालीसा का पाठ करें
-
"शनि स्तोत्र" या "शनि चालीसा" का पाठ करने से शनि कृपा बनी रहती है और जीवन में स्थिरता आती है।
विशेष उपाय (अति प्रभावशाली)
शनिवार की रात को एक कटोरी में सरसों का तेल लेकर उसमें अपना चेहरा देखें और तेल को किसी शनि मंदिर में चढ़ा दें या पीपल के नीचे रख दें — यह नजर दोष, बाधा, और कोर्ट-कचहरी जैसे मामलों से बचाने में मदद करता है।