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आज का पंचांग 01 मई 2025: विनायक चतुर्थी पर चंद्रमा के दर्शन से करें परहेज, बन सकता है अशुभ संयोग
Dharm Desk

गुरुवार, 01 मई 2025 | वैशाख शुक्ल पक्ष चतुर्थी
आज का दिन भगवान श्रीगणेश को समर्पित विनायक चतुर्थी के रूप में मनाया जा रहा है। पंचांग के अनुसार यह तिथि रिक्ता तिथि होने के कारण शुभ कार्यों के लिए वर्जित मानी जाती है। साथ ही, आज चंद्र दर्शन वर्जित बताया गया है। धार्मिक मान्यता है कि इस दिन चंद्रमा के दर्शन करने से मानसिक कष्ट या कलंक लगने की संभावना बढ़ जाती है।
पंचांग विवरण — 01 मई 2025
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विक्रम संवत: 2081
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माह: वैशाख
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पक्ष: शुक्ल
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तिथि: चतुर्थी
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वार: गुरुवार
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नक्षत्र: मृगशीर्ष
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योग: अतिगंड
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करण: विष्टि
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चंद्र राशि: मिथुन
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सूर्य राशि: मेष
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सूर्योदय: प्रातः 06:06 बजे
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सूर्यास्त: सायं 07:06 बजे
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चंद्रोदय: प्रातः 08:23 बजे
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चंद्रास्त: दोपहर 11:18 बजे
वर्जित समय (अशुभ मुहूर्त)
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राहुकाल: दोपहर 2:14 से 3:51 बजे तक
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यमगंड: सुबह 6:06 से 7:44 बजे तक
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गुलिक काल, दुर्र्मुहूर्त और वर्ज्यम्: इन कालों में भी शुभ कार्यों से बचना चाहिए
आज का नक्षत्र विशेष: प्रेम, कला और दोस्ती के लिए शुभ
आज मृगशीर्ष नक्षत्र का प्रभाव रहेगा, जो प्रेम की अभिव्यक्ति, कलात्मक कार्य, सौंदर्य और मित्रता के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है।
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यह नक्षत्र वृषभ राशि में रात 11:20 बजे तक और फिर मिथुन राशि में सुबह 6:40 बजे तक रहता है।
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इसके अधिष्ठाता देव चंद्रमा हैं और स्वामी ग्रह मंगल है।
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नए वस्त्र धारण करने, प्रेम प्रस्ताव, कला-शिक्षा, समारोहों में भाग लेने तथा कृषि संबंधी निर्णयों के लिए यह दिन उपयुक्त है।
विनायक चतुर्थी और चंद्र दर्शन का संबंध
शास्त्रों में वर्णित है कि विनायक चतुर्थी पर चंद्रमा का दर्शन करने से अकारण दोष लग सकता है। अतः धार्मिक दृष्टिकोण से आज के दिन चंद्रमा देखने से बचना चाहिए।