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पंचांग: अमृत सिद्धि योग में करें पूजा, शुभ कार्यों के लिए उत्तम दिन
Dharm, Desk
आज रविवार, 14 दिसंबर 2025 को पौष मास के कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि है। पंचांग के अनुसार यह दिन धार्मिक दृष्टि से विशेष महत्व रखता है। आज देवगुरु बृहस्पति और धर्म के देवता का प्रभाव माना गया है, जिससे दिनभर शुभ ऊर्जा बनी रहती है। खास बात यह है कि आज सर्वार्थ सिद्धि योग के साथ-साथ अमृत सिद्धि योग का भी निर्माण हो रहा है, जो पूजा-पाठ और शुभ आरंभ के लिए अत्यंत फलदायी माना जाता है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, आज के दिन पूजा, व्रत, मंत्र जप, वरिष्ठों से महत्वपूर्ण बैठक, शिक्षा या चिकित्सा से जुड़े निर्णय और यात्रा की शुरुआत शुभ परिणाम दे सकती है। हालांकि, राहुकाल के समय में कोई भी शुभ कार्य करने से बचने की सलाह दी जाती है।
14 दिसंबर 2025 का विस्तृत पंचांग
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विक्रम संवत : 2082
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मास : पौष
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पक्ष : कृष्ण पक्ष
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तिथि : दशमी
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वार : रविवार
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योग : सौभाग्य
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नक्षत्र : हस्त
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करण : वणिज
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चंद्र राशि : कन्या
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सूर्य राशि : वृश्चिक
सूर्योदय : सुबह 07:11 बजे
सूर्यास्त : शाम 05:56 बजे
चंद्रोदय : देर रात 02:50 बजे (15 दिसंबर)
चंद्रास्त : दोपहर 01:34 बजे
यात्रा और कार्य के लिए अनुकूल नक्षत्र
आज चंद्रमा कन्या राशि में हस्त नक्षत्र में विराजमान रहेंगे। यह नक्षत्र विशेष रूप से परिश्रम, कौशल और सफलता से जुड़ा माना जाता है। पंचांग के अनुसार, इस नक्षत्र में—
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यात्रा की शुरुआत
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शिक्षा या प्रशिक्षण आरंभ
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चिकित्सा उपचार
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उद्योग या व्यवसाय से जुड़े कार्य
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मित्रों से मुलाकात और सामाजिक गतिविधियाँ
शुभ फल प्रदान करती हैं।
आज का वर्जित समय
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राहुकाल : 16:35 से 17:56 बजे तक
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यमगंड : 12:33 से 13:54 बजे तक
इस दौरान कोई भी शुभ या मांगलिक कार्य करने से बचना चाहिए। इसके अलावा गुलिक काल, दुर्मुहूर्त और वर्ज्यम् में भी सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है।
आज क्या करें?
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प्रातः सूर्य को अर्घ्य दें
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अमृत सिद्धि योग में पूजा-पाठ करें
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दान-पुण्य और सेवा कार्य करें
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महत्वपूर्ण निर्णय शुभ मुहूर्त देखकर लें
