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बदायूं में रिश्तों की हदें पार: बेटी की सास को ले भागा बहू का ससुर
Satyakatha

बदायूं। जनपद के दातागंज थाना क्षेत्र से एक ऐसा चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसने रिश्तों की मर्यादा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। यहां एक ट्रक चालक की पत्नी ने अपने समधी के साथ घर छोड़ दिया। पुलिस जांच में सामने आया कि दोनों के बीच लंबे समय से संबंध थे, जिसकी भनक परिजनों को हाल ही में लगी।
दिल्ली की एक ट्रांसपोर्ट कंपनी में चालक का कार्य करने वाले सुनील कुमार ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसकी पत्नी सुमन (काल्पनिक नाम) 12 अप्रैल की रात अचानक लापता हो गई। उनका आरोप है कि सुमन उनके समधी शैलेन्द्र के साथ भाग गई है, जो उनकी बेटी के ससुर हैं।
सुनील के अनुसार, वह महीनों बाहर रहता है, जबकि शैलेन्द्र बदायूं में ही रोडवेज में चालक है और रोज घर लौटता है। इसी दौरान समधी-समधन के बीच नजदीकियां बढ़ीं। सुमन और शैलेन्द्र का एक-दूसरे के घर आना-जाना था, जो धीरे-धीरे निजी संबंधों में बदल गया।
बेटे ने खोला राज
सुनील का कहना है कि उसके बेटे ने अपनी मां को कई बार शैलेन्द्र के साथ संदिग्ध स्थिति में देखा था। विरोध करने पर सुमन ने बेटे से मारपीट भी की। 10 अप्रैल की रात जब बेटे ने दोनों को आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया, तो अगली सुबह सुमन घर से निकल गई और लौटकर नहीं आई।
थाने पहुंचकर कहा – “भागी नहीं, मजबूरी थी”
कुछ दिनों बाद सुमन खुद थाने पहुंची और कहा कि वह किसी के साथ नहीं भागी, बल्कि अपने "मुंहबोले भाई" के घर रहने चली गई थी क्योंकि उसका पति शराब पीकर मारपीट करता है। लेकिन जब पुलिस ने मामले की जांच की तो सुमन के पड़ोसियों और बेटे ने उसके समधी से संबंध की पुष्टि की।
समधी का इनकार, लेकिन पत्नी ने खोली पोल
शैलेन्द्र भी थाने पहुंचा और खुद पर लगे आरोपों को खारिज कर दिया। उसने दावा किया कि उसका सुमन से कोई गलत संबंध नहीं है। लेकिन उसकी पत्नी ने पुलिस को बताया कि उसका पति अक्सर रात को सुमन के घर रुकता था और सुबह लौटता था। फोन पर दोनों की बातचीत भी लगातार होती थी।
कहानी में कई मोड़
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, सुनील की पहली पत्नी नेपाल की रहने वाली थी, जिसकी मृत्यु के बाद 2002 में सुनील की शादी सुमन से हुई। उनके चार बच्चे हैं। दो साल पहले उनकी बेटी की शादी शैलेन्द्र के बेटे से हुई थी, जिससे दोनों परिवारों में रिश्तेदारी हुई।
पुलिस ने क्यों दर्ज नहीं किया मामला?
सुमन और शैलेन्द्र दोनों बालिग हैं और सुमन ने पति के साथ रहने से साफ इनकार कर दिया। ऐसे में पुलिस ने उन्हें अपनी मर्जी से जीवन जीने की छूट देते हुए कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की। हालांकि, पुलिस ने जांच रिपोर्ट के आधार पर केस की फाइल तैयार की है।
बेटी का घर टूटा, परिवार बिखरा
इस रिश्ते का सबसे बड़ा नुकसान बेटी और दामाद को हुआ है। सुमन की बेटी ने बताया कि उसकी शादीशुदा जिंदगी बर्बाद हो गई क्योंकि उसके ससुर और मां के रिश्ते को लेकर पति लगातार आरोप लगाते रहे।