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"अब मेरी बारी है..." — शादी से 8 दिन पहले सास संग फरार हुआ दामाद, बेटी के सपने चकनाचूर
Satyakatha

शादी की तैयारी में जुटा एक पिता, सजने-संवरने की उम्मीदों में डूबी एक बेटी और रिश्तों की मर्यादा को तार-तार करती एक मां—अलीगढ़ जिले के मनोहरपुर गांव से सामने आई यह कहानी इंसानी रिश्तों की सबसे दुखद और अकल्पनीय मिसाल बन गई है।
8 अप्रैल की रात थी। जितेन्द्र कुमार, बेंगलुरु में मेहनत-मजदूरी कर परिवार का पालन करने वाला एक साधारण इंसान, बेटी रिया की शादी के निमंत्रण कार्ड बांटकर जब घर लौटा, तो न उसकी पत्नी सुनीता थी, न चैन। पूछने पर बेटी ने बताया—मां शाम से ही लापता हैं, फोन भी बंद है।
जितेन्द्र को झटका लगा। उसे अपने ही घर की दीवारों के भीतर पलते एक अविश्वसनीय रिश्ते का अहसास हो गया। जिस राहुल से 8 दिन बाद उसकी बेटी की शादी होनी थी, उसी राहुल के साथ उसकी पत्नी, यानी होने वाली सास, भाग चुकी थी।
“अब मेरी बारी है” — दामाद का बेहया जवाब
जितेन्द्र ने पहले राहुल को फोन किया। फोन उठते ही राहुल ने बिना किसी संकोच के कहा—"तुमने बीस साल साथ रखा, अब मेरी बारी है।” और फिर उसने फोन काट दिया।
शर्म से रोती रिया और टूट चुके पिता की उम्मीदें तब और भी बिखर गईं जब अलमारी से साढ़े पांच लाख के जेवरात और साढ़े तीन लाख की नकदी भी गायब मिली।
सास-दामाद की बातचीत में पनपी ‘मर्जी की शादी’
जितेन्द्र की गैरमौजूदगी में राहुल जब ससुराल आता था, तो सुनीता से उसकी बातचीत बढ़ती गई। बेटी की बजाय सुनीता को फोन करना, देर-देर तक बातें करना, यहां तक कि सुनीता द्वारा राहुल को नया मोबाइल गिफ्ट करना—इन सबने एक अस्वाभाविक रिश्ते को जन्म दे दिया।
रिया बताती है, "मां पूरे दिन राहुल से फोन पर बात करती थी। जब वह घर आता, तो मां ही उसके साथ रहती थी। मैं तो बस उनके लिए चाय-पानी और बर्तन धोने तक सीमित रह गई थी।”
जब रिया के अरमानों को लगा करारा झटका
16 अप्रैल को जिस दिन राहुल की बारात रिया के दरवाजे पर आने वाली थी, उसी दिन वह अपनी सास सुनीता के साथ थाने में हाजिर हुआ और बोला—“अब हम पति-पत्नी हैं।”
सुनीता ने साफ कहा—“अब हमें सास-दामाद नहीं, पति-पत्नी कहिए। घर से भागने की वजह शक और तानों से बचना था।”
पिता की गुहार: “हमें पैसा और जेवर लौटा दो, मरना हो तो जाओ मर जाओ”
जितेन्द्र ने कहा, "वो चाहे अब लौटे या न लौटे, बस मेरी बेटी का भविष्य बचा लो। मेरी जिंदगी भर की कमाई लौटा दो ताकि बेटी की शादी किसी और से कर सकूं।”
राहुल के पिता भी हैरान: “सास ने किया मेरे बेटे का वश में”
राहुल के पिता ने आरोप लगाया कि सुनीता ने उनके बेटे पर वशीकरण किया। "वह हमारे घर भी आकर रही थी, ताबीज पहनाए और बेटे के कमरे में सोती थी," उन्होंने कहा।
गांव का इतिहास: पहले भी लड़की लेकर भाग चुका है राहुल
गांव वालों के मुताबिक, यह राहुल की पहली हरकत नहीं है। इससे पहले वह गांव की एक और लड़की को लेकर भाग चुका था, जिसका निपटारा पंचायत स्तर पर करवा लिया गया था।
पुलिस की स्थिति: कानूनी अपराध नहीं, लेकिन जेवर व रकम की जांच जारी
सीओ इगलास महेश ने बताया कि दोनों बालिग हैं इसलिए शादी पर कानून कोई आपत्ति नहीं उठाता। हालांकि जितेन्द्र द्वारा लगाए गए जेवर और रकम की चोरी के आरोप पर पुलिस जांच कर रही है।