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खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025: बिहार की दिव्या-रुद्र की जोड़ी ने शूटिंग में रचा इतिहास, यूपी को हराकर जीता कांस्य पदक
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खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 के 10 मीटर एयर राइफल मिक्स्ड टीम यूथ कैटेगरी में बिहार के लिए गौरवपूर्ण क्षण आया, जब दिव्या श्री और रुद्र प्रताप सिंह की जोड़ी ने कांस्य पदक जीतकर इतिहास रच दिया।
राजधानी दिल्ली स्थित डॉ. कर्णी सिंह शूटिंग रेंज में खेले गए इस मुकाबले में बिहार की टीम ने उत्तर प्रदेश की मजबूत जोड़ी को बेहद करीबी और रोमांचक मुकाबले में 16-14 के स्कोर से मात दी।
यह बिहार का इस स्पर्धा में पहला पदक है, जो राज्य के शूटिंग खेलों के लिए एक नई शुरुआत मानी जा रही है। दिव्या और रुद्र की जोड़ी ने पूरे आत्मविश्वास और संयम के साथ प्रदर्शन करते हुए उत्तर प्रदेश की अनन्या और अंश डबास की टीम को कांटे की टक्कर में हराया।
दबाव में दिखा बिहार का कमाल
शुरुआत से ही मुकाबला बेहद तनावपूर्ण रहा। पहले चार राउंड में बिहार ने बढ़त बनाई, जिसमें दिव्या श्री की सटीकता और निरंतरता ने टीम को बढ़त दिलाई। उन्होंने पहले तीन राउंड में क्रमशः 20.8, 20.3 और 20.5 का स्कोर किया। दूसरी ओर रुद्र ने शुरुआत में थोड़ा दबाव महसूस किया, लेकिन चौथे राउंड के बाद उन्होंने शानदार वापसी करते हुए 15वें राउंड तक टीम को मजबूती से टिकाए रखा।
निर्णायक क्षण और कांस्य पदक की जीत
मुकाबले के अंतिम राउंड्स में स्कोर 13-13 की बराबरी पर था। 14वें राउंड में बिहार ने 21.0 स्कोर कर यूपी से बढ़त छीन ली। इसके बाद अंतिम राउंड में दोनों टीमों ने 20.6-20.6 का बराबर स्कोर किया, जिससे बिहार को आवश्यक 1 अंक मिल गया और स्कोर 16-14 हो गया। इस तरह बिहार की टीम ने कांस्य पदक अपने नाम कर लिया।
कोच और खिलाड़ियों की प्रतिक्रिया
बिहार टीम के कोच ने कहा, “यह पदक हमारी कड़ी मेहनत, अनुशासन और खिलाड़ियों की मानसिक दृढ़ता का परिणाम है। दिव्या और रुद्र ने दबाव में जो प्रदर्शन किया, वह प्रेरणादायक है।”
वहीं दिव्या श्री ने कहा, “यह मेडल उन सभी खिलाड़ियों को समर्पित है, जो सीमित संसाधनों के बावजूद बड़े सपने देखते हैं।” रुद्र प्रताप ने बताया, “शुरुआत में दबाव था, लेकिन दिव्या की निरंतरता ने मेरा आत्मविश्वास बढ़ाया और हम एक टीम की तरह लड़े।”
गोल्ड गया महाराष्ट्र के नाम
फाइनल मुकाबले में महाराष्ट्र की शंभवी श्रवण क्षीरसागर और पार्थ माने की जोड़ी ने कर्नाटक की टीम को 16-12 से हराकर स्वर्ण पदक जीता। मुकाबला भले ही कठिन रहा, लेकिन महाराष्ट्र की टीम ने बेहतर संयम और सटीकता का परिचय दिया।
बिहार की ऐतिहासिक जीत के मायने
इस कांस्य पदक जीत के साथ बिहार ने यह साबित कर दिया है कि राज्य के युवा अब खेलों में भी नई ऊंचाइयों को छूने लगे हैं। यह जीत न केवल खिलाड़ियों के हौसले को उड़ान देगी, बल्कि राज्य सरकार और खेल संघों को शूटिंग जैसे खेलों में और अधिक निवेश करने के लिए प्रेरित करेगी।