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कांकेर में पारिवारिक त्रासदी: तीन मासूमों की ज़हर खाने से मौत, पति-पत्नी की हालत नाज़ुक
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कांकेर जिले के पखांजूर क्षेत्र अंतर्गत चंदनपुर गांव (पीवी-70, शांतिनगर) में शुक्रवार सुबह एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। एक ही परिवार के पांच सदस्यों ने सामूहिक रूप से ज़हर खा लिया, जिसमें तीन मासूम बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि माता-पिता की हालत नाज़ुक बनी हुई है। दोनों को पखांजूर सिविल अस्पताल में उपचार हेतु भर्ती कराया गया है।
तीन मासूमों की गई जान
इस हृदयविदारक घटना में जिन बच्चों की जान गई, उनकी पहचान इस प्रकार हुई है:
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वर्षा बैरागी (11 वर्ष)
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दीप्ति बैरागी (7 वर्ष)
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देवराज बैरागी (5 वर्ष)
स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार, जहर खाने के बाद बच्चों ने घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया, जबकि गंभीर हालत में पाए गए माता-पिता को तुरंत अस्पताल ले जाया गया।
आत्मघाती कदम के पीछे क्या कारण?
परिवार द्वारा इतना बड़ा और दुखद कदम उठाने के पीछे का कारण अब तक स्पष्ट नहीं हो पाया है। हालाँकि प्रारंभिक जांच में आर्थिक तंगी और पारिवारिक तनाव की आशंका जताई जा रही है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और घटना के पीछे की सच्चाई को जानने के लिए जांच जारी है।
स्थानीय प्रशासन व पुलिस की टीमें गांव पहुंच चुकी हैं और परिवार से जुड़े अन्य लोगों से पूछताछ की जा रही है। ग्रामीणों के अनुसार, परिवार बीते कुछ समय से मानसिक और आर्थिक दबाव में था, लेकिन इतनी बड़ी त्रासदी की किसी को आशंका नहीं थी।
क्षेत्र में पसरा मातम, समाज में गूंजे सवाल
यह घटना पूरे शांतिनगर और आसपास के क्षेत्र में शोक और स्तब्धता की लहर फैला गई है। गांव में हर घर गमगीन है और लोग यह सोचकर स्तब्ध हैं कि आखिर क्या हालात रहे होंगे कि एक मां-बाप को अपने बच्चों के साथ खुद भी जीवन समाप्त करने का निर्णय लेना पड़ा।
प्रशासन व समाज के लिए चेतावनी
यह घटना केवल एक पारिवारिक हादसा नहीं, बल्कि सामाजिक और प्रशासनिक चेतावनी भी है। यदि वाकई आर्थिक तंगी जैसी वजह सामने आती है, तो यह सवाल उठता है कि सरकारी योजनाएं और सामाजिक सहयोग ऐसे ज़रूरतमंद परिवारों तक क्यों नहीं पहुंच पा रहे?