- Hindi News
- राज्य
- छत्तीसगढ़
- सुशासन तिहार में सीएम साय की सौगातें : भैंसा गांव को मिला विकास का नया उपहार, स्वास्थ्य केंद्र से ले...
सुशासन तिहार में सीएम साय की सौगातें : भैंसा गांव को मिला विकास का नया उपहार, स्वास्थ्य केंद्र से लेकर पुलिस चौकी तक कई घोषणाएं
Raipur, CG
.jpg)
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने रायपुर जिले के ग्राम भैंसा में आयोजित सुशासन शिविर में शामिल होकर ग्रामीणों को विकास की कई सौगातें दीं। इस अवसर पर उन्होंने ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ की भी औपचारिक शुरुआत की और जागरूकता रथों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह अभियान देशभर में 29 मई से 12 जून तक चलाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने शिविर के दौरान प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत निर्मित 110 पक्के मकानों की चाबियाँ लाभार्थियों को सौंपीं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संकल्प है कि देश का कोई भी गरीब परिवार अब कच्चे मकान में न रहे। इसी दिशा में राज्य सरकार अब तक 18 लाख से अधिक आवास स्वीकृत कर चुकी है। साथ ही, उन्होंने आश्वस्त किया कि बचे हुए पात्र परिवारों को ‘आवास प्लस प्लस’ योजना के तहत लाभान्वित किया जाएगा।
सीएम साय ने की करोड़ों की विकास घोषणाएं
ग्राम भैंसा और आसपास के क्षेत्रों में विकास की रफ्तार को तेज करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री साय ने लगभग 3 करोड़ 50 लाख रुपए की लागत वाले विभिन्न निर्माण कार्यों की घोषणाएं कीं। इनमें प्रमुख रूप से शामिल हैं:
-
ग्राम भैंसा में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के निर्माण के लिए 75 लाख रुपए
-
हाईस्कूल भवन निर्माण हेतु 75 लाख रुपए
-
पेयजल सुविधा के लिए पानी टंकी और पाइपलाइन विस्तार पर 55 लाख रुपए
-
हायर सेकेंडरी स्कूल के निर्माण के लिए 50 लाख रुपए
-
अहाता व शेड निर्माण हेतु 20 लाख रुपए
-
ग्राम अमोड़ी में पाइपलाइन विस्तार के लिए 42 लाख रुपए
-
हायर सेकेंडरी स्कूल में तीन अतिरिक्त कक्षों के निर्माण हेतु 24 लाख रुपए
-
भैंसा में नई पुलिस चौकी की स्थापना की घोषणा
महतारी वंदन योजना से संवर रहे जीवन
शिविर के दौरान मुख्यमंत्री ने हितग्राहियों से योजनाओं के फीडबैक भी लिए। चंदन नामक लाभार्थी महिला ने 'महतारी वंदन योजना' के लिए आभार व्यक्त करते हुए बताया कि वह इस योजना के अंतर्गत मिली राशि से अपने बच्चों की पढ़ाई और घरेलू आवश्यकताओं को पूरा कर रही हैं। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री साय ने कहा कि "जब योजनाएं सिर्फ कागज़ पर न रहकर ज़मीन पर असर दिखाने लगें, तभी सुशासन साकार होता है। प्रधानमंत्री आवास की चाबी सिर्फ एक घर की नहीं, बल्कि आत्मसम्मान और सुरक्षित जीवन की चाबी है।"