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सुशासन तिहार 2025: रायपुर नगर निगम में 7 मई से समाधान शिविर, मुख्यमंत्री साय ने कहा– लापरवाही बर्दाश्त नहीं
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मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के निर्देश पर छत्तीसगढ़ में चल रहे "सुशासन तिहार 2025" के तहत अब रायपुर नगर निगम में 7 मई से जोनवार समाधान शिविरों का आयोजन किया जाएगा।
पहले दो चरणों में नागरिकों की शिकायतें प्राप्त कर उनके निराकरण पर जोर दिया गया, वहीं अब तीसरे चरण में आमजन को उनकी समस्याओं के समाधान की जानकारी दी जाएगी और शासन की योजनाओं का लाभ भी सुनिश्चित किया जाएगा।
नगर निगम रायपुर के सभी 10 जोनों में इन शिविरों का आयोजन 7 मई से 30 मई के बीच किया जाएगा। समाधान शिविरों में संबंधित अधिकारी आवेदनकर्ताओं को उनके प्रकरणों की स्थिति से अवगत कराएंगे और पात्र हितग्राहियों को योजनाओं का लाभ दिलाएंगे।
जोनवार समाधान शिविर की तिथियां:
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जोन 1: 10 मई – दही हांडी मैदान, गुढ़ियारी
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जोन 2: 7 मई – शहीद स्मारक भवन, जीई रोड
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जोन 3: 13 मई – बीटीआई ग्राउंड, शंकर नगर
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जोन 4: 15 मई – जुनेजा इंडोर स्टेडियम
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जोन 5: 19 मई – डीडी नगर सामुदायिक भवन
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जोन 6: 20 मई – टिकरापारा उच्चतर माध्यमिक शाला
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जोन 7: 23 मई – दीनदयाल ऑडिटोरियम
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जोन 8: 27 मई – सामुदायिक भवन, टाटीबंध
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जोन 9: 28 मई – कृषि विश्वविद्यालय, जोरा
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जोन 10: 30 मई – सामुदायिक भवन, देवपुरी
तीसरे चरण की शुरुआत: तीन जिलों का सीएम ने किया दौरा
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने रविवार को तीसरे चरण का शुभारंभ करते हुए शक्ति, कोरबा और जांजगीर-चांपा जिलों का हवाई दौरा किया। उन्होंने समाधान शिविरों में पहुंचकर आमजन से सीधा संवाद किया और मौके पर कई समस्याओं का निवारण भी कराया।
सीएम ने बताया कि पहले दो चरणों में 40 लाख से अधिक आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिनमें से अधिकांश का समाधान हो चुका है। तीसरे चरण में समाधान शिविरों के माध्यम से न केवल जानकारी दी जाएगी, बल्कि योजनाओं का धरातल पर लाभ सुनिश्चित किया जाएगा।
प्रमुख घोषणाएं और निर्देश:
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पटवारी की अनुपस्थिति पर शिकायत मिलने पर मुख्यमंत्री ने आदेश दिया कि अब हर हफ्ते एक दिन पटवारी ग्रामीण क्षेत्र में मौजूद रहेगा।
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महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण की प्रशंसा करते हुए सीएम ने ‘महतारी वंदन योजना’ को गेमचेंजर बताया।
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पीएम आवास योजना की धीमी प्रगति पर चिंता जताते हुए सीएम ने राजमिस्त्री की कमी दूर करने ग्रामीण युवाओं को प्रशिक्षित करने के निर्देश दिए।
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जनहित कार्यों में लापरवाही पर सख्ती बरतते हुए सीएम ने स्पष्ट कहा कि ऐसी स्थिति में कलेक्टर और एसपी सीधे जिम्मेदार माने जाएंगे।
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जनऔषधि योजना को बढ़ावा देने जेनेरिक दवाइयों के प्रति जागरूकता अभियान चलाने के आदेश।
समीक्षा बैठक में कड़े निर्देश
जांजगीर-चांपा में आयोजित समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने तीनों जिलों – सक्ती, कोरबा और जांजगीर-चांपा के अफसरों को चेतावनी दी कि जनहित के किसी भी कार्य में कोताही स्वीकार नहीं की जाएगी। उन्होंने ग्रामीण बस सेवा, सिकलसेल स्क्रीनिंग, पेयजल आपूर्ति और फसल चक्र परिवर्तन जैसे मुद्दों पर तेज़ी से काम करने के निर्देश दिए।
मंत्री चौधरी और अफसर भी रहे साथ
वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने पंजीयन विभाग की 10 नई सेवाओं को जनसामान्य तक पहुंचाने तकनीकी कार्यशालाओं के आयोजन की बात कही। बैठक में सांसद कमलेश जांगड़े, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
निष्कर्ष:
सुशासन तिहार मुख्यमंत्री साय की जनसंवेदनशीलता की पहल है, जो शासन और जनता के बीच पारदर्शिता और संवाद का सेतु बन रही है। समाधान शिविरों के माध्यम से समस्याओं का निपटारा और जनकल्याण योजनाओं की जानकारी देना इस अभियान की सबसे बड़ी विशेषता है।