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छत्रपति शिवाजी महाराज की गौरवगाथा से रूबरू कराएगी 'भारत गौरव टूरिस्ट ट्रेन'
JAGRAN DESK

6 दिवसीय यात्रा में दिखेगा मराठा विरासत का वैभव
भारतीय रेलवे पर्यटन को बढ़ावा देने की दिशा में एक नया कदम उठाते हुए पहली बार ‘छत्रपति शिवाजी महाराज सर्किट’ के अंतर्गत एक विशेष हैरिटेज टूर का आयोजन कर रही है। यह टूर भारत गौरव एसी टूरिस्ट ट्रेन के माध्यम से छत्रपति शिवाजी महाराज से जुड़े ऐतिहासिक स्थलों की यात्रा कराएगा, जिससे पर्यटक मराठा साम्राज्य की अद्भुत विरासत से परिचित हो सकेंगे।
इस ऐतिहासिक यात्रा का शुभारंभ 9 जून 2025 को मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (CSMT) से होगा। ट्रेन की पहली मंज़िल मनगांव रेलवे स्टेशन होगी, जो प्रसिद्ध रायगढ़ किले के सबसे करीब स्थित है—वही स्थल जहाँ शिवाजी महाराज का राज्याभिषेक हुआ था और जिसने मराठा साम्राज्य की राजधानी का दर्जा पाया था। किले के भ्रमण के बाद पर्यटक वापस ट्रेन में सवार होकर पुणे के लिए रवाना होंगे, जहाँ रात के विश्राम और भोजन की व्यवस्था की गई है।
दूसरे दिन, पुणे में पर्यटक लाल महल, कसबा गणपति मंदिर और शिवसृष्टि की सैर करेंगे। 1630 ई. में शिवाजी की माता जीजाबाई के लिए बना लाल महल, आज भी उनकी जीवनगाथा की जीवंत झलकियों से सुसज्जित है। वहीं कसबा गणपति को पुणे का ग्रामदेवता माना जाता है, जिसे स्वयं जीजाबाई ने प्रतिष्ठित किया था। इसके बाद पर्यटक शिवसृष्टि थीम पार्क जाएंगे, जहाँ वे 3D और इंटरेक्टिव माध्यमों से शिवाजी महाराज के जीवन को अनुभव कर सकेंगे।
तीसरे दिन, पुणे से 95 किलोमीटर दूर स्थित शिवनेरी किले की यात्रा होगी—यह छत्रपति शिवाजी महाराज का जन्मस्थान है। दोपहर में पर्यटक भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग मंदिर के दर्शन करेंगे और शाम को पुणे लौटकर विश्राम करेंगे।
चौथे दिन, भारत गौरव ट्रेन सतारा पहुंचेगी, जहाँ पर्यटक प्रतापगढ़ किले का भ्रमण करेंगे—वही ऐतिहासिक किला जहाँ शिवाजी महाराज और अफ़ज़ल खान के बीच निर्णायक युद्ध हुआ था। इसके बाद ट्रेन अपने अंतिम गंतव्य कोल्हापुर के लिए प्रस्थान करेगी।
पांचवे दिन, कोल्हापुर में महालक्ष्मी मंदिर (अंबाबाई) और पन्हाला किले की सैर कराई जाएगी। सह्याद्री पर्वत पर बसा पन्हाला किला न केवल रणनीतिक रूप से अहम था, बल्कि यह शिवाजी महाराज और उनके सेनापति बाजी प्रभु देशपांडे की वीरगाथा का भी साक्षी रहा है। साँप जैसे आकार के कारण इसे 'फोर्ट ऑफ स्नेक्स' भी कहा जाता है।
छठे और अंतिम दिन, यह गौरवमयी यात्रा मुंबई लौटकर समाप्त होगी।
इस 6 दिवसीय टूर में यात्रियों को वातानुकूलित डिब्बों में सफर, होटल में रात्रि विश्राम, शाकाहारी भोजन, वातानुकूलित बसों से दर्शनीय स्थल भ्रमण, यात्रा बीमा और अनुभवी टूर एस्कॉर्ट की सुविधाएं मिलेंगी। 748 यात्रियों की क्षमता वाली इस ट्रेन में स्लीपर, सेकेंड एसी और थर्ड एसी कोच उपलब्ध हैं। इच्छुक पर्यटक दादर और ठाणे रेलवे स्टेशनों से भी सवार हो सकते हैं। बुकिंग IRCTC की वेबसाइट पर पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर उपलब्ध है।
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