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मुख्यमंत्री ने दिए स्पेस टेक नीति निर्माण के संकेत, लॉ एंड ऑर्डर के लिए ड्रोन तकनीक पर ज़ोर
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मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रदेश में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी को जनसेवा से जोड़ने के लिए एकीकृत प्रणाली विकसित करने के निर्देश दिए हैं। शुक्रवार को विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग की समीक्षा बैठक में उन्होंने यूनिफाइड पोर्टल सिस्टम (UPS) को शीघ्र तैयार करने की बात कही, जिससे सभी विभागों की 1700 सेवाएं एक ही डिजिटल मंच पर आम नागरिकों को उपलब्ध कराई जा सकें।
सीएम ने कहा कि प्रदेश की नवीन स्पेस टेक नीति तैयार की जाए और इसके लिए अन्य राज्यों की सफल नीतियों का भी अध्ययन किया जाए। साथ ही उन्होंने ड्रोन तकनीक के उपयोग को लॉ एंड ऑर्डर कंट्रोल, शहरी यातायात प्रबंधन और निगरानी तंत्र के लिए प्राथमिकता देने के निर्देश दिए।
ड्रोन से सुरक्षा और सर्वे को मिलेगी गति
डॉ. यादव ने कहा कि ड्रोन से निगरानी और डेटा संग्रहण की प्रक्रिया को सुदृढ़ किया जाए। वर्तमान में राजस्व, नगरीय विकास, जल संसाधन, रेरा और लोक निर्माण जैसे विभागों में ड्रोन की मदद से परियोजनाओं का सर्वेक्षण किया जा रहा है। अब इसे और अधिक व्यावस्थित और ज़ोनल प्लान के अनुसार लागू किया जाएगा।
मुख्य सचिव अनुराग जैन ने भी इस दिशा में जोनल ड्रोन प्लान तैयार कर उसे लागू करने की बात कही। उन्होंने सिंहस्थ 2028 की तकनीकी तैयारियों में ड्रोन और आईटी के संयुक्त उपयोग की आवश्यकता भी जताई।
साइबर सुरक्षा के लिए कड़े कदम
सीएम ने प्रदेश में बढ़ते साइबर खतरों को देखते हुए मध्यप्रदेश कंप्यूटर इमरजेंसी टीम गठित करने के निर्देश दिए। सभी शासकीय विभागों में मुख्य सुरक्षा अधिकारी तैनात किए जाएंगे और सभी सरकारी वेबसाइटों व आईटी प्रोजेक्ट्स का सुरक्षा ऑडिट अनिवार्य किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि इस वर्ष अब तक विशेषज्ञों ने 134 नेटवर्क हमलों को नाकाम किया है। वहीं, ऑपरेशन सिंदूर के दौरान संदिग्ध गतिविधियों वाले 72 आईपी एड्रेस ब्लॉक किए गए।
आईटी पार्क और स्टार्टअप कल्चर को मिले बढ़ावा
मुख्यमंत्री ने इंदौर, भोपाल, ग्वालियर और जबलपुर में स्थित आईटी पार्कों की संख्या बढ़ाने और उन्हें पीपीपी मॉडल पर विकसित करने के निर्देश दिए। साथ ही प्रदेश के इंजीनियरिंग कॉलेजों को IIT स्तर की गुणवत्ता देने की भी बात कही गई।
स्टार्टअप्स को प्रोत्साहित करने के लिए IIT मद्रास मॉडल को अपनाने और स्पेस टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में इनोवेशन को प्राथमिकता देने की योजना बनाई जा रही है।
21 जून को उज्जैन में राष्ट्रीय कार्यशाला
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर 21 जून को उज्जैन के डोंगला स्थित वराह मिहिर खगोलीय वेधशाला में 'खगोल विज्ञान और भारतीय ज्ञान परंपरा' विषय पर राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन होगा। इसमें योग शिविर, साइंस शो, शून्य छाया अवलोकन और व्याख्यान जैसे कई कार्यक्रम होंगे।