- Hindi News
- राज्य
- मध्य प्रदेश
- बिजली कटौती पर फूटा कांग्रेस का गुस्सा: मुरैना में बिजली ऑफिस का घेराव, 15 दिन का अल्टीमेटम
बिजली कटौती पर फूटा कांग्रेस का गुस्सा: मुरैना में बिजली ऑफिस का घेराव, 15 दिन का अल्टीमेटम
Morena, MP
.jpg)
मध्यप्रदेश के मुरैना जिले में बिजली संकट को लेकर मंगलवार को कांग्रेस ने सड़कों पर उतरकर आक्रोश जताया। कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने मुरैना विद्युत कार्यालय का घेराव करते हुए प्रदेश सरकार और बिजली विभाग के खिलाफ ज़ोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान "मुर्दाबाद" के नारे लगाए गए और विभाग को 15 दिनों का अल्टीमेटम दिया गया।
बिजली कटौती से परेशान आमजन और किसान
प्रदेश के कई जिलों में पिछले कुछ हफ्तों से अघोषित बिजली कटौती जारी है। इसका असर केवल घरेलू उपभोक्ताओं पर ही नहीं, बल्कि खेतों में सिंचाई के लिए बिजली पर निर्भर किसानों पर भी गहरा पड़ रहा है। लगातार शिकायतों के बावजूद समाधान न होने से आमजन में भारी असंतोष है।
कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन
मंगलवार को मुरैना में कांग्रेस नेताओं ने सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ विद्युत कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया। इस दौरान कांग्रेस नेताओं ने भाजपा सरकार और विद्युत विभाग पर बिजली संकट को लेकर लापरवाही का आरोप लगाया।
प्रदर्शन में मुरैना विधायक दिनेश गुर्जर, जौरा विधायक पंकज उपाध्याय, अंबाह विधायक देवेन्द्र सखवार सहित कई वरिष्ठ कांग्रेस नेता मौजूद रहे।
ज्ञापन सौंपा, दी आंदोलन की चेतावनी
कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने विद्युत विभाग के महाप्रबंधक बी.एस. दांगी को बिजली समस्या से संबंधित एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में साफ तौर पर कहा गया है कि:
“यदि 15 दिनों के भीतर बिजली आपूर्ति की स्थिति में सुधार नहीं किया गया तो कांग्रेस जिला स्तर पर उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होगी।”
क्या बोले कांग्रेस नेता?
विधायक दिनेश गुर्जर ने कहा:
“सरकार केवल घोषणाओं तक सीमित है। जमीन पर जनता बिजली के लिए तड़प रही है। भाजपा शासन में आमजन को बुनियादी सुविधाओं के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। अब कांग्रेस सड़कों पर उतरकर हर जिले में संघर्ष करेगी।”
बिजली विभाग की सफाई
प्रदर्शन के बाद विद्युत विभाग के अधिकारियों ने बताया कि बिजली आपूर्ति में सुधार के प्रयास जारी हैं और लाइन मरम्मत व लोड मैनेजमेंट की प्रक्रिया तेज की गई है। हालांकि कांग्रेस के आरोपों पर कोई औपचारिक बयान नहीं दिया गया।