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VIDEO: भोपाल में कब्र लेकर भटकते लोग, कफन में लिपटी 'लाशें': वक्फ जमीन विवाद पर अनोखा प्रदर्शन
Bhopal, MP

मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल मंगलवार को एक बेहद अनोखे और चौंकाने वाले विरोध प्रदर्शन का गवाह बनी। कोलार क्षेत्र के अकबरपुर बंजारी इलाके में कब्रिस्तान की जमीन पर कथित कब्जे को लेकर मुस्लिम समाज के लोगों ने सड़क पर कफन ओढ़े शवों और कब्र के प्रतीक चिन्हों के साथ वक्फ बोर्ड कार्यालय तक पैदल मार्च किया। इस विरोध प्रदर्शन ने हर राहगीर को सोचने पर मजबूर कर दिया।
क्या है मामला?
प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि अकबरपुर बंजारी में स्थित एक वक्फ संपत्ति — जिसे मुस्लिम समाज कब्रिस्तान की जमीन मानता है — वहां हाल ही में एक गौशाला के निर्माण के लिए भूमि पूजन किया गया है। इस पर आपत्ति जताते हुए समाज के लोगों ने आरोप लगाया कि यह भूमि धार्मिक उद्देश्यों के लिए सुरक्षित थी, और इस पर गौशाला निर्माण वक्फ अधिनियम और धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकार का उल्लंघन है।
कब्र के साथ वक्फ कार्यालय तक यात्रा
प्रदर्शन के दौरान ऑल इंडिया मुस्लिम त्यौहार कमेटी के बैनर तले लोग सांकेतिक कब्रें लेकर वक्फ कार्यालय पहुंचे। इसके साथ ही दो युवकों को कफन में लपेटकर सड़कों पर घुमाया गया, ताकि यह दिखाया जा सके कि जब कब्रिस्तान नहीं बचेंगे, तो मरने वालों को कहां दफनाया जाएगा।
प्रदर्शन में लगे नारे और बैनर भी ध्यान खींचने वाले थे:
🪦 “गुम होते जा रहे कब्रिस्तान, कहां दफन करें जिंदा इंसान?”
🪦 “कहां गई भोपाल की 189 कब्रस्तान, जमीन खा गई या आसमान?”
राजनैतिक तकरार भी शुरू
इस पूरे विवाद को लेकर कांग्रेस नेताओं पर भी आरोप लगाए गए। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि कांग्रेस के कुछ स्थानीय नेताओं की सहमति से ही इस जमीन पर गौशाला निर्माण की प्रक्रिया शुरू की गई। हालांकि इस पर कांग्रेस की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
क्या बोले समाज के लोग?
प्रदर्शनकारियों ने मांग की है कि:
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विवादित जमीन पर निर्माण कार्य तत्काल रोका जाए
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वक्फ बोर्ड स्वयं स्थिति स्पष्ट करे कि जमीन की मिल्कियत किसकी है
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भोपाल के 189 कब्रिस्तानों का लेखा-जोखा सार्वजनिक किया जाए
प्रशासन की चुप्पी
अब तक प्रशासन की ओर से इस मामले पर कोई स्पष्ट प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन मामला धार्मिक, राजनीतिक और वक्फ कानून से जुड़ा होने के कारण जल्द ही आधिकारिक हस्तक्षेप की संभावना जताई जा रही है।