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ग्वालियर में टेलीकॉम मैन्युफैक्चरिंग जोन की स्थापना का ऐलान, बड़ी कंपनियों के निवेश की तैयारी — सीएम डॉ. मोहन यादव ने की समीक्षा बैठक
JAGRAN DESK

मध्यप्रदेश सरकार ने ग्वालियर में 350 एकड़ भूमि पर अत्याधुनिक टेलीकॉम मैन्युफैक्चरिंग जोन (TMZ) स्थापित करने की योजना को हरी झंडी दे दी है। इस महत्वाकांक्षी परियोजना के पीछे राज्य को टेलीकॉम सेक्टर में अग्रणी बनाने का उद्देश्य है।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस परियोजना की समीक्षा बैठक के दौरान कहा कि सरकार राज्य के सर्वांगीण विकास के लिए कृतसंकल्पित है और दूरसंचार सुविधाओं के विस्तार को वर्तमान समय की बड़ी आवश्यकता मानती है।
सीएम यादव ने कहा कि प्रदेश की केन्द्रीय भौगोलिक स्थिति, मजबूत लॉजिस्टिक्स नेटवर्क और निवेश अनुकूल माहौल इसे टेलीकॉम उद्योग के लिए आदर्श गंतव्य बनाते हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इस क्षेत्र में निवेश करने वाले प्रत्येक उद्यमी के हितों की सुरक्षा और उन्हें आवश्यक सुविधाएं देने के लिए सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
ग्वालियर और जबलपुर: टेलीकॉम हब के रूप में उभरने की ओर
बैठक में मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि ग्वालियर और जबलपुर जैसे क्षेत्रों में टेलीकॉम सेक्टर के विकास की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने निवेशकों को भरोसा दिलाया कि सरकार हर स्तर पर सहयोग प्रदान करेगी। सीएम ने कहा, “आप पूरी निश्चिंतता से निवेश कीजिए, आपके हर हित का ध्यान सरकार रखेगी।”
सीएम यादव ने बताया कि आगामी 27 अप्रैल को इंदौर में आईटी कॉन्क्लेव आयोजित होने जा रहा है, जहां निवेशक अपने प्रस्ताव प्रस्तुत कर सकते हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि कम भूमि में अधिक निर्माण इकाइयों की स्थापना से लागत में कमी आएगी और प्रबंधन भी सरल रहेगा।
बड़ी कंपनियों का निवेश संभावित
बैठक में यह जानकारी दी गई कि इस टेलीकॉम मैन्युफैक्चरिंग जोन में टेलीकॉम से संबंधित सभी उपकरण, जैसे कि सिम कार्ड, एंटीना, मोबाइल डिवाइसेस, ऑप्टिकल फाइबर, वाई-फाई सिस्टम, और नवीनतम 6G तकनीक के अनुसंधान एवं विकास केंद्र भी शामिल होंगे। डिक्सॉन, वॉयकॉन, आईबीएम, निक्सन और एरिक्सन जैसी प्रतिष्ठित कंपनियां यहां निवेश करने की संभावनाएं तलाश रही हैं।
क्या है टेलीकॉम मैन्युफैक्चरिंग जोन परियोजना?
बैठक में बताया गया कि वर्ष 2025 तक वैश्विक टेलीकॉम बाजार का आकार लगभग 2.10 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है, जिसमें भारत की हिस्सेदारी 53.18 बिलियन डॉलर मानी जा रही है। इस हिस्सेदारी को और मजबूत करने के लिए दूरसंचार विभाग एवं संचार मंत्रालय देशभर में विशेष टेलीकॉम मैन्युफैक्चरिंग ज़ोन स्थापित करने की योजना पर कार्य कर रहे हैं।
इस योजना का उद्देश्य उच्च तकनीक निर्माण, अनुसंधान, डिजाइन और एक व्यापक इको-सिस्टम का विकास करना है, जो वैश्विक निवेशकों को आकर्षित कर सके। इसके तहत प्लग एंड प्ले इन्फ्रास्ट्रक्चर, वित्तीय और गैर-वित्तीय प्रोत्साहन, विश्वस्तरीय टेस्टिंग लैब्स और डिज़ाइन सेंटर जैसी सुविधाएं प्रदान की जाएंगी।
ग्वालियर को TMZ के लिए चुना जाना इस बात का संकेत है कि मध्यप्रदेश अब सिर्फ कृषि और पारंपरिक उद्योगों तक सीमित नहीं, बल्कि हाई-टेक मैन्युफैक्चरिंग हब बनने की दिशा में तेजी से अग्रसर है।