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25 साल बाद जगरगुंडा को फिर मिली बैंकिंग सेवा, उसी भवन में खुली नई शाखा जिसे नक्सलियों ने लूटा था
Sukma, CG

छत्तीसगढ़ के सुदूरवर्ती और लंबे समय से नक्सल प्रभावित जगरगुंडा क्षेत्र के लिए आज का दिन ऐतिहासिक बन गया। करीब 25 वर्षों बाद यहां फिर से बैंकिंग सुविधा बहाल की गई है।
खास बात यह है कि जिस भवन को माओवादियों ने 2001 में लूट का निशाना बनाया था, उसी भवन में अब इंडियन ओवरसीज बैंक की नई शाखा खुली है। इस शुभारंभ में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने वर्चुअली भाग लिया, जबकि राज्य के वित्त मंत्री ओपी चौधरी स्वयं मौके पर उपस्थित रहे।
कलेक्टर के सपने को वित्त मंत्री ने किया साकार
ओपी चौधरी जब दंतेवाड़ा के कलेक्टर थे, तब उन्होंने इस क्षेत्र में बैंकिंग सेवाएं बहाल करने का सपना देखा था। लेकिन उस वक्त की परिस्थितियों में यह संभव नहीं हो सका। अब वित्त मंत्री बनने के बाद उन्होंने इस अधूरी इच्छा को साकार किया। रायपुर से 500 किलोमीटर लंबा सफर तय कर जगरगुंडा पहुंचे चौधरी ने बैंक का निरीक्षण किया और पहला खाता भी स्वयं खुलवाया।
12 गांवों के 14 हजार ग्रामीणों को मिलेगा सीधा लाभ
इंडियन ओवरसीज बैंक की इस शाखा के खुलने से जगरगुंडा और आसपास के 12 गांवों के लगभग 14,000 ग्रामीणों को सीधा लाभ मिलेगा। अब उन्हें तेंदूपत्ता बोनस, किसान सम्मान निधि और अन्य सरकारी योजनाओं की राशि के लिए दूर-दराज नहीं जाना पड़ेगा। बैंक के साथ ही एटीएम सुविधा भी यहां शुरू की गई है, जिससे लेनदेन में आसानी होगी।
सीएम ने बताया डबल इंजन सरकार की सफलता
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि यह दिन जगरगुंडा के इतिहास में एक नई शुरुआत है। उन्होंने कहा कि डबल इंजन सरकार ने बस्तर में शांति और विकास की दिशा में मजबूत कदम बढ़ाए हैं, और आज उसी का परिणाम है कि जगरगुंडा में बैंक खुल रहा है। उन्होंने इस प्रयास का श्रेय वित्त मंत्री ओपी चौधरी को देते हुए कहा कि उनके संकल्प और समर्पण से यह असंभव कार्य संभव हो पाया है।
100 करोड़ जमा कराने की घोषणा
इस अवसर पर वित्त मंत्री ने इंडियन ओवरसीज बैंक के साहसिक निर्णय की सराहना करते हुए ऐलान किया कि प्रदेश सरकार इस बैंक की विभिन्न शाखाओं में 100 करोड़ रुपये जमा कराएगी। यह निर्णय ग्रामीण बैंकिंग को मजबूती देगा और बैंकिंग विस्तार को प्रोत्साहन मिलेगा।
30 किमी की परिधि में पहली बैंक शाखा
यह उल्लेखनीय है कि जगरगुंडा के 30 किलोमीटर के दायरे में यह पहली बैंक शाखा है। इससे पहले इस क्षेत्र के ग्रामीण बैंक सुविधाओं से वंचित थे। अब यह सुविधा स्थानीय विकास और वित्तीय सशक्तिकरण में अहम भूमिका निभाएगी।