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इंदौर फिर बना स्वच्छता का सिरमौर: आठवीं बार मिला नंबर-1 का ताज
Indore, MP
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स्वच्छता की राह पर इंदौर ने फिर इतिहास रच दिया है। स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 के परिणामों में इंदौर को लगातार आठवीं बार देश का सबसे स्वच्छ शहर घोषित किया गया।
इस अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने दिल्ली में आयोजित समारोह में इंदौर को सम्मानित किया। इस उपलब्धि को लेकर शहर में जश्न का माहौल है और जनभागीदारी की यह सफलता देशभर के शहरों के लिए एक प्रेरणा बन चुकी है।
समारोह में केंद्रीय मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, महापौर पुष्यमित्र भार्गव और नगर निगम आयुक्त शिवम वर्मा ने इंदौर की ओर से यह सम्मान ग्रहण किया। इस बार इंदौर को "सुपर लीग सिटीज़" में भी शामिल किया गया है—जिसमें वे 23 शहर आते हैं जो पहले कभी टॉप-3 में रह चुके हैं।
अब रोल मॉडल बनेगा इंदौर
महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा, "इंदौर अब केवल नंबर-1 नहीं, बल्कि देश के अन्य शहरों के लिए मार्गदर्शक और प्रशिक्षक की भूमिका निभाएगा।" प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं भी इंदौर की स्वच्छता को मिसाल बता चुके हैं।
पूरे शहर में खुशी का माहौल
नतीजों की घोषणा के बाद इंदौर नगर निगम कार्यालय में बड़ी स्क्रीन पर कार्यक्रम का सीधा प्रसारण किया गया, जिसे हजारों शहरवासियों ने देखा और अपनी उपलब्धि का उत्सव मनाया।
2017 से बना हुआ है नंबर-1
इंदौर वर्ष 2017 से ही लगातार नंबर-1 पायदान पर बना हुआ है। जन सहयोग, नवाचार, समर्पण और नगर निगम की योजनाओं के चलते शहर स्वच्छता में सबसे आगे है।
मप्र के अन्य शहरों को भी सम्मान
इस साल मध्यप्रदेश के कई शहरों को सम्मानित किया गया है।
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भोपाल, देवास और शाहगंज को प्रेसिडेंशियल अवॉर्ड
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जबलपुर को मिनिस्ट्रियल अवॉर्ड (स्पेशल कैटेगरी)
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ग्वालियर को राज्य स्तरीय अवॉर्ड
आबादी आधारित श्रेणियों में मिले पुरस्कार:
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10 लाख से अधिक आबादी: इंदौर
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3 से 10 लाख आबादी: उज्जैन
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20 हजार से कम आबादी: बुधनी
शहरों को इस बार उनकी आबादी के अनुसार पाँच श्रेणियों में बाँटा गया:
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बहुत छोटे शहर (20,000 से कम)
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छोटे शहर (20,000-50,000)
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मध्यम शहर (50,000-3 लाख)
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बड़े शहर (3-10 लाख)
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मिलियन-प्लस शहर (10 लाख से अधिक)
इंदौर की यह निरंतर सफलता भारत के स्वच्छ भारत मिशन को नई ऊर्जा देती है।