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भोपाल की यातायात व्यवस्था में बड़े बदलाव की तैयारी, ई-रिक्शा के लिए बनेगी नई पॉलिसी
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भोपाल। राजधानी की ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू बनाने और शहर को अतिक्रमण मुक्त करने की दिशा में सांसद आलोक शर्मा ने बड़ा कदम उठाया है। बुधवार को कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह, पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्र और नगर निगम कमिश्नर हरेंद्र नारायण के साथ विशेष बैठक आयोजित कर सांसद शर्मा ने यातायात सुधार और अतिक्रमण हटाने को लेकर विस्तार से चर्चा की।
ई-रिक्शा संचालन के लिए बनेगा स्पष्ट नियम
सांसद शर्मा ने बताया कि शहर में ई-रिक्शा के संचालन के लिए फिलहाल कोई स्पष्ट नीति नहीं है। यही वजह है कि यह वाहन अनियंत्रित तरीके से सड़कों पर खड़े हो जाते हैं और ट्रैफिक जाम की स्थिति उत्पन्न करते हैं। खासतौर पर एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन जैसे प्रमुख स्थानों पर लोग समय पर नहीं पहुंच पाते। इन चुनौतियों को देखते हुए जल्द ही ई-रिक्शा संचालन के लिए एक सख्त पॉलिसी बनाई जाएगी।
कंडम वाहनों पर चलेगा विशेष अभियान
बैठक में निर्णय लिया गया कि शहर की सड़कों पर वर्षों से खड़े जर्जर वाहन ट्रैफिक में बाधा बन रहे हैं। इन्हें हटाने के लिए 20 जून से 15 दिवसीय अभियान चलाया जाएगा। इसके तहत प्रत्येक क्षेत्र में ट्रेंचिंग यार्ड स्थापित किए जाएंगे जहां इन वाहनों को जमा किया जाएगा।
फुटपाथ पर अतिक्रमण हटेगा, मिलेगी राहत
सांसद शर्मा ने फुटपाथों पर कब्जा कर बैठने वालों को भी हटाने की बात कही। उनका कहना था कि जो स्थान पैदल यात्रियों के लिए बने हैं, उन्हें फेरीवालों और ठेले वालों ने घेर लिया है। यहां तक कि नालियों पर भी कब्जे हो चुके हैं। इस पर कलेक्टर ने कार्रवाई के संकेत दिए हैं।
अतिक्रमण हटाने को गठित होगा विशेष दस्ता
बैठक में तय हुआ कि अतिक्रमण हटाने के लिए एक समर्पित दस्ता बनाया जाएगा। इसमें एडीएम प्रभारी होंगे और साथ में पुलिस, नगर निगम, एसडीएम, एसीपी और मोबाइल कोर्ट की टीम भी होगी। इस संयुक्त बल के माध्यम से शहरभर में अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही की जाएगी।
रोटरी हटाकर सुधारा जाएगा ट्रैफिक फ्लो
शहर के प्रमुख चौराहों जैसे नेहरू नगर और साढ़े दस नंबर पर बनी रोटरियों को हटाकर लेफ्ट टर्न की समस्या को सुलझाने का निर्णय लिया गया है। पीडब्ल्यूडी और नगर निगम को विस्तृत प्लान तैयार करने के निर्देश भी दे दिए गए हैं।
लंबे समय तक खड़ी गाड़ियों पर निगरानी
बैठक में इस बात पर भी चर्चा हुई कि नगर निगम की पार्किंग में कई गाड़ियां महीनों से खड़ी रहती हैं। अब ऐसे वाहनों की निगरानी कर समयसीमा तय की जाएगी ताकि पार्किंग व्यवस्था में सुधार हो सके।