- Hindi News
- राज्य
- मध्य प्रदेश
- एमपी में गर्मी का कहर और बदला मौसम: 6 जिलों में बारिश, 3 में लू का अलर्ट; सीधी में आंधी से मकान गिर...
एमपी में गर्मी का कहर और बदला मौसम: 6 जिलों में बारिश, 3 में लू का अलर्ट; सीधी में आंधी से मकान गिरा, रतलाम में लगी आग
Bhopal

मध्यप्रदेश में मौसम का मिजाज लगातार बदलता जा रहा है। एक ओर जहां कई जिलों में तेज धूप और लू लोगों को परेशान कर रही है, वहीं दूसरी ओर कुछ हिस्सों में आंधी-बारिश ने तबाही मचा दी है। बुधवार को भोपाल, उज्जैन और इंदौर जैसे शहरों में तेज गर्मी देखने को मिली, वहीं सीधी, रीवा, मऊगंज, सिंगरौली, शहडोल और अनूपपुर में हल्की बारिश की संभावना जताई गई है।
मौसम विभाग ने रतलाम, नीमच और मंदसौर जिलों में लू को लेकर यलो अलर्ट जारी किया है। विशेषज्ञों के अनुसार, अगले दो दिनों तक प्रदेश के करीब 40 जिलों में बारिश होने की संभावना है। इसका कारण वेस्टर्न डिस्टरबेंस और साइक्लोनिक सर्कुलेशन को बताया जा रहा है।
सीधी में आंधी से गिरा मकान, रतलाम में आग
बुधवार सुबह सीधी के रामपुर नैकिन के भितरी गांव में तेज आंधी से एक कच्चा मकान गिर गया। मकान अखिलेश दुबे का था, जिसके मलबे में घरेलू सामान दब गया। कई मकानों की छतें भी उड़ गईं। रतलाम के आनंदगढ़ गांव में तेज हवाओं के कारण शॉर्ट सर्किट से आग लग गई, जिसमें अनाज, लहसुन, चारा और दो बकरियां जलकर राख हो गईं।
अप्रैल में मौसम का तीखा मिजाज
अप्रैल के पहले तीन सप्ताह में प्रदेश भर में गर्मी, आंधी और बारिश का सिलसिला चलता रहा। कई जिलों में तापमान 43 से 44 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। उज्जैन, भोपाल, इंदौर और ग्वालियर जैसे शहरों में लू जैसे हालात बन गए। वहीं कुछ जिलों में ओले भी गिरे।
मंगलवार को उज्जैन में अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जबकि इंदौर में 42.6 और भोपाल में 41.8 डिग्री तक पारा चढ़ा। ग्वालियर और जबलपुर में भी गर्मी ने लोगों को बेहाल कर दिया।
लू और बारिश का संयुक्त असर
राजस्थान और गुजरात से सटी सीमाओं पर गर्म हवाओं का दबाव बना हुआ है, जिससे रतलाम, मंदसौर और नीमच जैसे जिलों में लू का खतरा बढ़ गया है। वहीं पूर्वी और दक्षिण-पूर्वी जिलों में बारिश और आंधी की आशंका बनी हुई है। मौसम विभाग का कहना है कि 2 मई से सक्रिय हो रहा पश्चिमी विक्षोभ अगले तीन दिनों तक प्रदेश में असर दिखा सकता है।
विशेषज्ञों की चेतावनी
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी और साइक्लोनिक सर्कुलेशन के चलते गर्मी और बारिश दोनों का मिश्रित असर देखने को मिलेगा। उन्होंने बताया कि दिन के तापमान के साथ अब रातों का न्यूनतम तापमान भी 27-30 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच रहा है, जिससे गर्मी से राहत नहीं मिल पा रही है।