- Hindi News
- देश विदेश
- पुतिन बोले- यूक्रेन NATO में शामिल होने की जिद छोड़े, तभी शांति संभव; EU की रूस संपत्ति जब्ती पर चेत...
पुतिन बोले- यूक्रेन NATO में शामिल होने की जिद छोड़े, तभी शांति संभव; EU की रूस संपत्ति जब्ती पर चेतावनी
अंतराष्ट्रीय
मॉस्को में वार्षिक प्रेस कॉन्फ्रेंस में रूसी राष्ट्रपति ने यूक्रेन युद्ध, यूरोपीय संघ और अंतरराष्ट्रीय विवाद पर अपनी सख्त रुख दिखाया
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शुक्रवार को मॉस्को में अपनी वार्षिक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि यूक्रेन को नाटो में शामिल होने की जिद छोड़नी होगी, तभी शांति स्थापित हो सकेगी। पुतिन ने यह बयान रूस और यूक्रेन के बीच जारी संघर्ष को लेकर शांति की शर्तों को स्पष्ट करने के लिए दिया।
पुतिन ने कहा, "हम इस संघर्ष को शांतिपूर्ण तरीकों से समाप्त करने के लिए तैयार हैं, लेकिन शांति केवल उन्हीं शर्तों पर संभव है, जिन्हें मैंने जून 2024 में विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के सामने रखा था। इसके तहत यूक्रेन को डोनेट्स्क और लुहांस्क से अपनी सेना हटानी होगी और नाटो में शामिल होने की योजना छोड़नी होगी।"
उन्होंने यूरोपीय संघ (EU) की रूस की जमी हुई संपत्तियों को यूक्रेन की रक्षा के लिए इस्तेमाल करने की योजना पर भी कड़ा रुख अपनाया। पुतिन ने इसे "खुलेआम डकैती" करार दिया और चेतावनी दी कि अगर EU इस योजना को दोबारा लागू करने की कोशिश करता है तो इसके गंभीर परिणाम होंगे। उन्होंने कहा, "चोरी तो आमतौर पर छुपकर होती है, लेकिन यह सब खुलेआम हो रहा है। रूस अपनी संपत्ति वापस लेने का पूरा प्रयास करेगा।"
EU की योजना के तहत रूस की लगभग 250 अरब डॉलर की जमी हुई संपत्तियों को यूक्रेन की आर्थिक और सैन्य मदद के लिए इस्तेमाल करने का प्रस्ताव था, लेकिन सदस्य देशों में सहमति नहीं बनने के कारण इसे फिलहाल स्थगित किया गया। इसके बजाय यूरोप ने घोषणा की कि वह 2027 तक यूक्रेन को 90 अरब यूरो (लगभग 105 अरब डॉलर) का कर्ज देगा।
पुतिन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में टीवी सेट पर रूस के नक्शे को भी प्रदर्शित किया, जिसमें क्रीमिया के साथ डोनेट्स्क, लुहांस्क, जापोरिज्जिया और खेरसॉन शामिल थे। इन इलाकों पर रूस ने 2022 में दावा किया था, लेकिन पूर्ण नियंत्रण अभी तक नहीं है। पुतिन ने इस नक्शे को दिखाकर यह संकेत दिया कि रूस इन क्षेत्रों पर अपना दावा छोड़ने को तैयार नहीं है।
यह प्रेस कॉन्फ्रेंस पुतिन का 22वां वार्षिक संवाद था। इसमें उन्होंने देश की सरकार की गतिविधियों, विदेश नीति और रूस की आंतरिक एवं अंतरराष्ट्रीय चुनौतियों पर भी बात की। इस बार आम लोगों और मीडिया से 24.9 लाख से अधिक सवाल प्राप्त हुए।
पुतिन के बयान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तनाव और रूस-यूक्रेन संघर्ष की जटिलताओं को रेखांकित करते हैं। NATO और EU के साथ जारी विवादों के बीच यह स्पष्ट संदेश है कि रूस शांति के लिए कठोर शर्तों पर ही सहमत होगा।
हमारे आधिकारिक प्लेटफॉर्म्स से जुड़ें –
🔴 व्हाट्सएप चैनल: https://whatsapp.com/channel/0029VbATlF0KQuJB6tvUrN3V
🔴 फेसबुक: Dainik Jagran MP/CG Official
🟣 इंस्टाग्राम: @dainikjagranmp.cg
🔴 यूट्यूब: Dainik Jagran MPCG Digital
📲 सोशल मीडिया पर जुड़ें और बने जागरूक पाठक।
👉 आज ही जुड़िए!
