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बड़ी कंपनियों की दमदार वापसी से शेयर बाजार ने भरी उड़ान, विदेशी निवेश की गैरहाज़िरी में भी दिखा रॉकेट जैसा उछाल
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तीन दिन की गिरावट के बाद मंगलवार को भारतीय शेयर बाजार ने शानदार वापसी की, और यह संभव हुआ देश की कुछ प्रमुख कंपनियों के मजबूत प्रदर्शन की बदौलत।
रिलायंस इंडस्ट्रीज, HDFC बैंक और एलएंडटी जैसी दिग्गज कंपनियों के शेयरों में आई तेजी ने न केवल सेंसेक्स और निफ्टी को मजबूती दी, बल्कि यह भी साबित कर दिया कि बड़ी कंपनियों की नींव जितनी मजबूत हो, बाजार को विदेशी निवेशकों की जरूरत भी उतनी ही कम हो जाती है।
सेंसेक्स और निफ्टी ने दिखाई मजबूती
कारोबार के अंत में सेंसेक्स 446 अंकों की छलांग के साथ 81,337 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 140 अंकों की तेजी के साथ 24,821 के स्तर पर पहुंचा। यह तेजी उस समय देखने को मिली जब विदेशी निवेशकों की भागीदारी अपेक्षाकृत कम रही।
रिलायंस, HDFC और L&T बने बाजार के रथ के सारथी
रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर में 2.13%, HDFC बैंक में 1.3% और एलएंडटी में 2.15% की मजबूती दर्ज की गई। चूंकि ये कंपनियां सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में अधिक वेटेज रखती हैं, इसलिए इनकी हलचल से पूरा बाजार प्रभावित होता है। विश्लेषकों के अनुसार, यह प्रदर्शन दर्शाता है कि घरेलू कंपनियों की स्थिरता और प्रदर्शन बाजार के लिए कितनी अहम है।
टेक्निकल संकेत: 25,000 की ओर बढ़ता निफ्टी
टेक्निकल एनालिस्ट हार्दिक मेटालिया के अनुसार, निफ्टी ने 100-दिवसीय EMA से सपोर्ट लेकर 24,800 के ऊपर क्लोजिंग दी है, जो बुलिश संकेत है। यदि यह स्तर बना रहता है, तो निफ्टी 25,000 से 25,200 की ओर जा सकता है। वहीं, नीचे की ओर 24,600 पहला समर्थन स्तर रहेगा।
जियो फाइनेंशियल समेत ये रहे टॉप गेनर्स
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जियो फाइनेंशियल सर्विसेज: +4.5%
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एलएंडटी: +2.15%
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रिलायंस इंडस्ट्रीज: +2.13%
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एशियन पेंट्स: +1.78%
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आईशर मोटर्स: +1.57%
बड़ी कंपनियों की ताकत क्यों खास है?
सेंसेक्स और निफ्टी का आधार देश की सबसे बड़ी कंपनियों पर टिका होता है। जब रिलायंस या HDFC जैसे शेयर बढ़ते हैं, तो वे इंडेक्स को ऊंचा उठा ले जाते हैं। मंगलवार को विदेशी पूंजी प्रवाह धीमा था, फिर भी इन कंपनियों के बलबूते बाजार में उत्साह बना रहा।
कौन से सेक्टर दे रहे सकारात्मक संकेत?
IT और मेटल सेक्टर में दबाव अभी भी बरकरार है, लेकिन ऑटो, FMCG और एनर्जी जैसे सेक्टर में रिकवरी दिख रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि बाजार में गिरावट आने पर मजबूत स्टॉक्स में निवेश का यह एक अच्छा अवसर है।
विदेशी निवेशक आएं या जाएं, बाजार की असली ताकत घरेलू बड़ी कंपनियों के भरोसेमंद प्रदर्शन में है। जब ये कंपनियां रफ्तार पकड़ती हैं, तो पूरा बाजार उड़ान भरता है — और यही है ‘बड़ी कंपनियों की असली ताकत।’