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बिहार कांग्रेस ने चुनाव आयोग से पूछे 5 बड़े सवाल, राहुल गांधी के आरोपों पर जवाब की भी मांग
digital desk

बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों के सिलसिले में पटना पहुंचे चुनाव आयोग से कांग्रेस ने पांच अहम सवाल पूछे हैं। इनमें पलायन करने वाले वोटरों की जानकारी, नए वोटरों की उम्र और सूची, महिलाओं के नाम में बदलाव, मृतकों के नाम और घुसपैठियों की पहचान शामिल है
बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों का जायजा लेने के लिए मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) ज्ञानेश कुमार के नेतृत्व में चुनाव आयोग का प्रतिनिधिमंडल पटना पहुंचा। ताज होटल में आयोजित सर्वदलीय बैठक में 12 मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
बैठक में बिहार कांग्रेस ने चुनाव आयोग से तीखे सवाल पूछे। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम और विधायक शकील अहमद खान ने कहा कि यह सिर्फ सवाल नहीं, बल्कि लोकतंत्र की रक्षा के लिए जरूरी बातें हैं।
❓ कांग्रेस ने चुनाव आयोग से पूछे ये 5 सवाल:
1️⃣ पलायन करने वाले मतदाता:
कांग्रेस ने पूछा कि हाल ही में प्रकाशित मतदाता सूची में कितने ऐसे नाम हटाए गए जो राज्य से बाहर पलायन कर गए हैं? इसकी विस्तृत सूची जारी की जाए।
2️⃣ नए नाम और उम्र:
फॉर्म-6 के माध्यम से 21.53 लाख नए वोटर जोड़े गए हैं। कांग्रेस ने मांग की कि इन सभी नामों के साथ उनकी उम्र की जानकारी भी दी जाए, क्योंकि कई मामलों में 70-75 वर्ष के व्यक्तियों के नाम भी नए वोटर के रूप में जुड़े हैं।
3️⃣ महिलाओं के नाम में बदलाव:
नई सूची में कितनी महिलाओं के नाम काटे गए और कितने जोड़े गए? साथ ही यह भी बताया जाए कि इसके पीछे क्या कारण है?
4️⃣ मृत मतदाताओं की सूची:
मृत व्यक्तियों के नाम अगर मतदाता सूची में हैं, तो उन्हें हटाने की क्या प्रक्रिया अपनाई गई है? मृतकों की सूची सार्वजनिक की जाए।
5️⃣ घुसपैठियों की पहचान:
चुनाव आयोग ने पहले कहा था कि वह मतदाता सूची से घुसपैठियों को हटाने की कार्रवाई कर रहा है। कांग्रेस ने सवाल किया कि अब तक कितने घुसपैठियों की पहचान हुई? उनका डेटा क्या है?
🗣️ राहुल गांधी के आरोपों पर जवाब की मांग:
कांग्रेस नेता शकील अहमद खान ने आरोप लगाया कि जब विपक्ष सवाल पूछता है, तो जवाब बीजेपी देती है, आयोग नहीं। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने सबूतों के साथ वोट चोरी के आरोप लगाए थे, लेकिन अब तक उस पर कोई जवाब नहीं आया।
उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग जैसी स्वायत्त संस्थाओं की निष्पक्षता पर अब सवाल उठने लगे हैं। “ऐसा लगता है जैसे चुनाव आयोग भी अब सरकार की सहमति से ही चुनाव तारीख तय करेगा,” उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा।
🧾 12 सूत्रीय मांग पत्र भी सौंपा:
कांग्रेस की ओर से चुनाव आयोग को SIR (सामाजिक, आर्थिक और क्षेत्रीय मुद्दों) से जुड़ी 12 मांगें भी सौंपी गई हैं। राजेश राम ने उम्मीद जताई कि चुनाव आयोग इन मुद्दों पर गंभीरता से विचार करेगा और निष्पक्षता बनाए रखेगा।
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले विपक्ष के तीखे सवाल और आरोप चुनाव आयोग की निष्पक्षता को लेकर बहस छेड़ सकते हैं। कांग्रेस के इन सवालों पर आयोग की प्रतिक्रिया अब सबकी निगाहों में है।