- Hindi News
- लाइफ स्टाइल
- डार्क चॉकलेट को क्यों मानते हैं न्यूट्रिशन एक्सपर्ट्स बेहतर विकल्प
डार्क चॉकलेट को क्यों मानते हैं न्यूट्रिशन एक्सपर्ट्स बेहतर विकल्प
लाइफ स्टाइल
सीमित मात्रा में 70% या उससे अधिक कोको वाली डार्क चॉकलेट सेहत के लिए बन सकती है फायदेमंद, जानिए एक्सपर्ट्स क्या कहते हैं
चॉकलेट का नाम सुनते ही बच्चों से लेकर बड़ों तक के चेहरे पर मुस्कान आ जाती है। लेकिन अब चॉकलेट सिर्फ स्वाद तक सीमित नहीं रही। विशेषज्ञों के मुताबिक, डार्क चॉकलेट यदि सही मात्रा और सही गुणवत्ता में खाई जाए, तो यह सेहत के लिए भी फायदेमंद साबित हो सकती है। खासतौर पर 70 प्रतिशत या उससे अधिक कोको वाली डार्क चॉकलेट को लेकर हेल्थ एक्सपर्ट्स सकारात्मक राय देते हैं।
डार्क चॉकलेट में फाइबर, मैग्नीशियम, आयरन, जिंक, मैंगनीज और पोटैशियम जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। यही कारण है कि इसे सामान्य मिल्क चॉकलेट की तुलना में ज्यादा हेल्दी माना जाता है। इसका जवाब इसके नियमित लेकिन सीमित सेवन से जुड़ा है।
विशेषज्ञ बताते हैं कि डार्क चॉकलेट में मौजूद फ्लेवोनॉयड्स ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। इससे ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहने में सहायक भूमिका निभा सकती है और हृदय से जुड़ी समस्याओं का खतरा कम हो सकता है। हालांकि, इसका मतलब यह नहीं कि इसे जरूरत से ज्यादा खाया जाए।
आज की तेज़ रफ्तार जिंदगी में तनाव आम समस्या बन चुका है। ऐसे में डार्क चॉकलेट मूड बेहतर करने में मदद कर सकती है। इसमें मौजूद तत्व शरीर में एंडॉर्फिन और सेरोटोनिन के स्तर को बढ़ाते हैं, जिससे तनाव कम होता है और व्यक्ति को बेहतर महसूस होता है।
डार्क चॉकलेट को एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर माना जाता है। ये तत्व शरीर को फ्री-रैडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाने में मदद करते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, इससे उम्र बढ़ने की प्रक्रिया धीमी हो सकती है और शरीर की कोशिकाएं लंबे समय तक स्वस्थ रह सकती हैं।
कुछ शोध बताते हैं कि डार्क चॉकलेट का सीमित सेवन ब्रेन फंक्शन को सपोर्ट कर सकता है। यह याददाश्त और एकाग्रता को बेहतर बनाए रखने में सहायक हो सकती है, खासकर बुजुर्गों के लिए।
आम धारणा के विपरीत, सीमित मात्रा में डार्क चॉकलेट इंसुलिन सेंसिटिविटी को बेहतर बना सकती है। यही वजह है कि डॉक्टर डायबिटीज के मरीजों को भी बहुत सीमित मात्रा में इसे खाने की अनुमति देते हैं, बशर्ते शुगर कंटेंट कम हो।
डार्क चॉकलेट में मौजूद फ्लेवोनॉयड्स त्वचा को धूप से होने वाले नुकसान से बचाने, हाइड्रेशन बढ़ाने और प्राकृतिक ग्लो बनाए रखने में मदद कर सकते हैं।
विशेषज्ञों का साफ कहना है कि डार्क चॉकलेट के फायदे तभी मिलते हैं, जब इसका सेवन सीमित मात्रा में किया जाए। जरूरत से ज्यादा खाने पर फायदे की जगह नुकसान हो सकता है। यह खबर आज की ताज़ा ख़बरें और पब्लिक इंटरेस्ट स्टोरी के तहत इसलिए अहम है, क्योंकि सही जानकारी के साथ छोटी-सी आदत भी सेहत को बेहतर बना सकती है।
हमारे आधिकारिक प्लेटफॉर्म्स से जुड़ें –
🔴 व्हाट्सएप चैनल: https://whatsapp.com/channel/0029VbATlF0KQuJB6tvUrN3V
🔴 फेसबुक: Dainik Jagran MP/CG Official
🟣 इंस्टाग्राम: @dainikjagranmp.cg
🔴 यूट्यूब: Dainik Jagran MPCG Digital
📲 सोशल मीडिया पर जुड़ें और बने जागरूक पाठक।
👉 आज ही जुड़िए!
