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15 जून 2025 का पंचांग और ज्योतिषीय विशेषताएं: मिथुन संक्रांति पर न करें शुभ कार्य
Dharm Desk

आज का दिन ज्योतिषीय दृष्टि से विशेष और सावधानीपूर्ण है। मिथुन संक्रांति के कारण सूर्यदेव ने राशि परिवर्तन किया है — वृषभ से मिथुन में प्रवेश किया है। इस संक्रांति काल में किसी भी शुभ कार्य की मनाही होती है।
आज का पंचांग (15 जून 2025, रविवार)
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हिंदू संवत: विक्रम संवत 2081
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माह: आषाढ़
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पक्ष: कृष्ण पक्ष
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तिथि: चतुर्थी
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वार: रविवार
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नक्षत्र: श्रवण (देवता: हरि, स्वामी: चंद्र)
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योग: ऐन्द्र
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करण: बलव
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चंद्र राशि: मकर
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सूर्य राशि: वृषभ (मिथुन संक्रांति के कारण आज से सूर्य मिथुन राशि में प्रवेश कर चुके हैं)
सूर्योदय-सूर्यास्त व चंद्र समय
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सूर्योदय: सुबह 05:53 बजे
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सूर्यास्त: शाम 07:26 बजे
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चंद्रोदय: रात 10:46 बजे
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चंद्रास्त: सुबह 08:46 बजे
अशुभ समय (आज न करें शुभ कार्य)
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राहुकाल: शाम 5:44 से 7:26 बजे तक
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यमगंड: दोपहर 12:39 से 2:21 बजे तक
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गुलिक काल: दोपहर 3:03 से 4:44 बजे तक
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दुर्मुहूर्त: सुबह 12:15 से 1:08 तक
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वर्ज्यम्: दोपहर 3:47 से 5:15 तक
यात्रा व जीवनशैली के लिए शुभ संकेत
श्रवण नक्षत्र होने से आज के दिन यात्रा, वाहन प्रयोग, बागवानी, अस्थायी कार्य, सामाजिक मिलन और खरीदारी जैसे कार्य शुभ माने गए हैं। विशेष रूप से जो कार्य स्थायी नहीं होते, उनके लिए दिन अनुकूल है।
गणेशजी का दिन
आज कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि है, जिसका अधिपति भगवान गणेश हैं। इस दिन उनका पूजन करने से सभी विघ्न-बाधाएं दूर होती हैं। व्रत या संकल्प के साथ श्री गणेश का नाम स्मरण विशेष फलदायी माना गया है।