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आज का पंचांग: 30 जून 2025, सोमवार
Dharm Desk

मां ललिता त्रिपुर सुंदरी की कृपा से आज होंगे मनचाहे कार्य पूरे, स्कंद षष्ठी पर बरसेगी सिद्धियों की वर्षा
आज का दिन आध्यात्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। आषाढ़ शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि है, जिसे देवी त्रिपुर सुंदरी की रक्षकता प्राप्त है। साथ ही, स्कंद षष्ठी का पुण्य अवसर भी आज ही है, जो भगवान कार्तिकेय को समर्पित है। इस विशेष संयोग में मां ललिता की उपासना और भगवान स्कंद के पूजन से सभी विघ्न दूर होते हैं और मनचाही सफलता प्राप्त होती है।
पंचांग विवरण – 30 जून 2025 (सोमवार)
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विक्रम संवत: 2081
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मास: आषाढ़
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पक्ष: शुक्ल
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तिथि: पंचमी (पूर्ण दिन)
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दिन: सोमवार
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नक्षत्र: मघा (रात्रि तक)
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योग: सिद्धि
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करण: बलव
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चंद्र राशि: सिंह
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सूर्य राशि: मिथुन
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सूर्योदय: सुबह 05:57 बजे
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सूर्यास्त: शाम 07:29 बजे
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चंद्रोदय: पूर्वाह्न 10:11 बजे
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चंद्रास्त: रात 11:07 बजे
आज का राहुकाल व अशुभ समय
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राहुकाल: प्रातः 07:38 बजे से 09:20 बजे तक
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यमगंड: 11:01 बजे से 12:43 बजे तक
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गुलिक काल: 01:24 बजे से 03:06 बजे तक
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वर्ज्यम् (अशुभ मुहूर्त): दोपहर 02:25 से 04:09 बजे तक
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दुर मुहूर्त: प्रातः 08:19 से 09:12 बजे तक एवं शाम 04:56 से 05:49 बजे तक
👉 इन समयों में शुभ कार्यों, यात्रा, निवेश, वधू-वरण और पूजन आदि से परहेज करना चाहिए।
धार्मिक महत्व: स्कंद षष्ठी व देवी त्रिपुर सुंदरी उपासना का विशेष संयोग
आज स्कंद षष्ठी है, जो भगवान कार्तिकेय की आराधना का प्रमुख पर्व है। यह दिन शौर्य, साहस और विजय का प्रतीक माना गया है। जो साधक इस दिन व्रत रखकर भगवान स्कंद की पूजा करता है, उसे जीवन में संघर्षों में विजय और मानसिक संतुलन प्राप्त होता है।
इसी के साथ मां ललिता त्रिपुर सुंदरी — दश महाविद्याओं में से एक — की उपासना भी विशेष फलदायक मानी गई है। आज के दिन उनकी उपासना से मोह, माया, भ्रम और बाधाओं का नाश होता है तथा सभी प्रकार के लक्ष्यों में सफलता प्राप्त होती है।
मघा नक्षत्र की प्रकृति और सावधानियां
आज चंद्रमा सिंह राशि में स्थित मघा नक्षत्र में भ्रमण कर रहे हैं। यह नक्षत्र क्रूर और उग्र स्वभाव का माना जाता है, जिसका देवता पितृगण और स्वामी केतु हैं।
📌 क्या न करें:
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मघा नक्षत्र में शुभ कार्य, यात्रा, धन का लेन-देन और नए काम की शुरुआत करना टालें।
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विवाह, मुंडन, गृह प्रवेश जैसे कार्यों से भी बचें।
📌 क्या करें:
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शत्रु नाश, कर्ज मुक्ति की योजना, और न्यायिक कार्यों में निर्णय लेने का यह दिन शुभ माना गया है।
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पितृ दोष निवारण के लिए विशेष उपाय भी इस नक्षत्र में किए जा सकते हैं।
आज का विशेष उपाय:
माँ ललिता त्रिपुर सुंदरी को कमल या लाल पुष्प अर्पित करें और उनका यह मंत्र जाप करें —
"ॐ ऐं ह्रीं श्रीं ललितायै नमः" – कम से कम 108 बार
यह जाप आपके जीवन में मनचाही सिद्धियों को आकर्षित करेगा और चित्त को स्थिरता प्रदान करेगा।