- Hindi News
- स्पोर्ट्स
- भारत में 31 साल से नहीं जीता वेस्टइंडीज, टेस्ट जीत का सूखा खत्म करने का सुनहरा मौका
भारत में 31 साल से नहीं जीता वेस्टइंडीज, टेस्ट जीत का सूखा खत्म करने का सुनहरा मौका
CRICKET

भारत और वेस्टइंडीज के बीच 10 अक्टूबर से दिल्ली में दूसरा टेस्ट मैच खेला जाएगा। वेस्टइंडीज के पास इस मैच में 31 साल बाद भारतीय सरजमीं पर टेस्ट जीत दर्ज करने का मौका है।
भारत और वेस्टइंडीज के बीच टेस्ट सीरीज का दूसरा मुकाबला 10 अक्टूबर से दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में खेला जाएगा। इस मुकाबले में वेस्टइंडीज के पास इतिहास रचने का मौका है ,भारतीय धरती पर 31 साल बाद टेस्ट जीत हासिल करने का।
दरअसल, वेस्टइंडीज ने भारत में आखिरी बार 1994 में टेस्ट मैच जीता था। उस वक्त टीम की कप्तानी कर्टनी वॉल्श के हाथों में थी। मोहाली में खेले गए उस ऐतिहासिक टेस्ट में कैरेबियाई टीम ने भारत को 243 रनों से हराया था।
कैसे जीती थी वेस्टइंडीज ने 1994 की टेस्ट जंग?
मोहाली में खेले गए उस मैच में वेस्टइंडीज ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 443 रन बनाए थे। जवाब में भारत ने भी संघर्ष किया और 387 रन बनाए। वेस्टइंडीज को पहली पारी में 56 रन की बढ़त मिली।
इसके बाद वेस्टइंडीज ने दूसरी पारी में 3 विकेट पर 301 रन बनाकर पारी घोषित की और भारत को 357 रनों का लक्ष्य दिया। लेकिन भारतीय टीम दूसरी पारी में केवल 114 रन पर सिमट गई।
सचिन तेंदुलकर रहे थे फ्लॉप, मनोज प्रभाकर चमके
-
भारत की तरफ से उस टेस्ट में सचिन तेंदुलकर भी खेले थे, लेकिन वे दोनों पारियों में बड़े स्कोर नहीं बना सके।
-
पहली पारी: 40 रन (55 गेंद)
-
दूसरी पारी: 10 रन (24 गेंद)
-
-
भारत की ओर से उस मैच में एकमात्र शतक मनोज प्रभाकर ने लगाया था।
-
उन्होंने 275 गेंदों में 120 रन बनाए थे।
-
अनिल कुंबले की गेंदबाजी रही प्रभावशाली
-
भारत की पहली पारी में अनिल कुंबले ने 4 विकेट चटकाए थे।
-
वेंकटपथी राजू ने 3, श्रीनाथ ने 2 और आशीष कपूर ने 1 विकेट लिया था।
-
दूसरी पारी में भारत सिर्फ 3 विकेट निकाल सका, जिनमें से दो राजू और एक कुंबले के खाते में गया।
क्या वेस्टइंडीज तोड़ पाएगा जीत का सूखा?
1994 के बाद से वेस्टइंडीज भारतीय सरजमीं पर कोई टेस्ट मैच नहीं जीत पाया है। अब जब टीम फिर से भारत में मुकाबला कर रही है, तो उसके पास 31 साल पुराने सूखे को खत्म करने का एक और मौका है।
हालांकि भारतीय टीम घरेलू मैदान पर बेहद मजबूत है और जीत के प्रबल दावेदार मानी जा रही है। फिर भी, इतिहास के इस मौके को लेकर वेस्टइंडीज पूरी ताकत झोंक सकता है।