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छत्तीसगढ़ में लिफ्ट दुर्घटना, उत्तर प्रदेश और झारखंड के मजदूरों की मौत
सक्ती (छत्तीसगढ़)

सक्ती जिले के डभरा स्थित आरकेएम पावर प्लांट में मंगलवार देर रात एक भयानक हादसा हुआ। बॉयलर मेंटेनेंस के दौरान मजदूरों को ले जा रही लिफ्ट अचानक गिर गई। इस हादसे में चार मजदूरों की मौत हो गई, जबकि छह अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।
हादसे के वक्त लिफ्ट में कुल दस मजदूर सवार थे। वे प्लांट की पांचवीं मंजिल तक जा रहे थे, जो लगभग 75 मीटर ऊंची है। लेकिन जब लिफ्ट लगभग 40 मीटर (131 फीट) की ऊंचाई पर पहुंची, तब अचानक इसका संतुलन बिगड़ गया और यह नीचे गिर गई। लिफ्ट के गिरते ही प्लांट परिसर में अफरा-तफरी मच गई।
मृतक और घायल मजदूर
मृतक और घायल मजदूर उत्तर प्रदेश और झारखंड के रहने वाले हैं। हादसे में दो मजदूरों की मौके पर ही मौत हुई थी। एक तीसरे मजदूर ने अस्पताल में दम तोड़ा, जबकि चौथा मजदूर इलाज के दौरान जीवन की जंग हार गया। घायलों को डभरा से रायगढ़ के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज जारी है।
मृतकों में अंजनी कुमार और रविंद्र कुमार शामिल हैं। हादसे की सूचना मिलते ही उनके परिजन और अन्य मजदूर प्लांट गेट के बाहर जमा हो गए और हंगामा करने लगे।
हादसे की स्थिति
सक्ती के एडिशनल एसपी हरीश यादव ने बताया कि लिफ्ट गिरने से तीन मजदूरों की मौत हुई है और कई अन्य गंभीर रूप से घायल हैं। सभी मजदूर बॉयलर की मरम्मत के काम में लगे हुए थे।
हादसे के दौरान मजदूरों ने बताया कि लिफ्ट की नियमित तकनीकी जांच लंबे समय से नहीं की गई थी। स्थानीय मजदूरों का आरोप है कि प्लांट प्रबंधन की लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ। इसके चलते मजदूरों में गहरी नाराजगी और आक्रोश फैला।
प्रशासन और पुलिस की कार्रवाई
हादसे के बाद डभरा पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी। पुलिस और प्रशासन की टीम घटनास्थल पर पहुंची और घायलों के इलाज तथा मृतकों के परिजनों की सहायता के निर्देश दिए। प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को आर्थिक सहायता देने और घायलों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया।
प्लांट में काम कर रहे अन्य मजदूरों में भी हादसे के कारण आक्रोश फैल गया। सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस बल को मौके पर तैनात किया गया।
हादसे का कारण
शुरुआती जानकारी के अनुसार, लिफ्ट में तकनीकी खराबी के कारण यह दुर्घटना हुई। हालांकि, प्लांट प्रबंधन और सुरक्षा विभाग की लापरवाही पर भी सवाल उठ रहे हैं। हादसे के दौरान प्लांट में सुरक्षा नियमों और मानकों का पालन नहीं होने की आशंका जताई जा रही है।
मजदूरों की आपत्ति और विरोध
स्थानीय मजदूरों ने आरोप लगाया कि यदि लिफ्ट और अन्य उपकरणों की नियमित जाँच होती, तो यह हादसा टाला जा सकता था। मजदूरों का कहना है कि प्लांट प्रबंधन ने सुरक्षा मानकों की अनदेखी की और अपने कर्मचारियों की जान से खिलवाड़ किया। हादसे के बाद मजदूरों और उनके परिजनों ने गेट पर जमकर हंगामा किया।
मजदूरों ने बताया कि लिफ्ट की मरम्मत और संचालन में सुरक्षा नियमों का पालन नहीं किया गया। प्लांट में काम कर रहे मजदूरों ने प्रशासन से मांग की कि भविष्य में ऐसी लापरवाही दोबारा न हो और कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
अस्पताल और इलाज की स्थिति
घायलों को रायगढ़ के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अस्पताल प्रशासन ने सभी घायलों का इलाज प्राथमिकता के आधार पर शुरू किया। घायलों में से कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है। मृतक और घायल मजदूरों के परिजन अस्पताल में लगातार उनके हालचाल जानने पहुंचे।