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बस्तर में बड़ा आत्मसमर्पण: 1.18 करोड़ के 23 इनामी नक्सलियों ने छोड़ा हिंसा का रास्ता
Jagdalpur, CG
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छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में नक्सलवाद के खिलाफ बड़ी सफलता मिली है। यहां कुल 1 करोड़ 18 लाख रुपए के इनामी 23 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया है। इनमें से 8 नक्सली PLGA बटालियन-1 जैसे घातक दस्ते के सदस्य थे। इन नक्सलियों में वह नाम भी शामिल है जो कभी कलेक्टर एलेक्स पॉल मेनन के अपहरण में शामिल रहा है।
इन आत्मसमर्पण करने वालों में 9 महिलाएं और 3 दंपति शामिल हैं, जिन्होंने अब हिंसा का रास्ता छोड़कर मुख्यधारा से जुड़ने का फैसला किया है। पुलिस के मुताबिक, ये सभी नक्सली कई बड़े हमलों में शामिल रहे हैं, जिनमें दर्जनों जवान शहीद हुए।
11 नक्सली थे 8-8 लाख के इनामी
सरेंडर करने वालों में 1 DVCM, 6 PPCM, 4 ACM और 12 पार्टी सदस्य हैं। 11 नक्सलियों पर 8-8 लाख, 4 पर 5-5 लाख, 1 पर 3 लाख और 7 पर 1-1 लाख रुपये का इनाम घोषित था।
लोकेश उर्फ पोड़ियाम भीमा ने किया सरेंडर
सबसे चर्चित नाम लोकेश उर्फ पोड़ियाम भीमा का है, जो DVCM पद पर था और उस पर 8 लाख का इनाम घोषित था। वह दक्षिण सब जोनल ब्यूरो टीम का कमांडर रह चुका है और 2012 में कलेक्टर अपहरण, 2017 बुर्कापाल मुठभेड़ और 2021 टेकलगुड़ा हमले में शामिल रहा है। सिर्फ इन दो घटनाओं में ही 46 से अधिक जवान शहीद हुए थे।
बड़े नक्सली नेताओं के साथ काम कर चुके हैं
सरेंडर करने वालों में कई नक्सली शीर्ष कैडर के संपर्क में रहे हैं। इनमें रमेश उर्फ कमलू, जो हिड़मा (1 करोड़ का इनामी) का अंगरक्षक था, और माड़वी जोगा, जो BNPC राजे उर्फ राजक्का के साथ काम करता था। इससे पुलिस को संगठन की गहराई से जानकारी मिलने की उम्मीद है।
लोकेश की नक्सली गतिविधियों का खौफनाक इतिहास
लोकेश ने 2007 से लेकर 2024 तक कई गंभीर नक्सली वारदातों को अंजाम दिया है। इसमें पुलिस पर एंबुश, IED ब्लास्ट, मुठभेड़ और जवानों की हत्या शामिल है। उसकी भागीदारी वाली कुछ प्रमुख घटनाएं:
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2012: कलेक्टर एलेक्स पॉल मेनन का अपहरण
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2017: बुर्कापाल मुठभेड़ में 25 जवान शहीद
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2021: टेकलगुड़ा में 21 जवानों की शहादत
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2024: धरमावरम कैंप पर हमला
सरेंडर से ऑपरेशन पर असर
CRPF और जिला पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में इन नक्सलियों ने सरेंडर किया। पुलिस को उम्मीद है कि इनकी जानकारी से नक्सल ऑपरेशन में रणनीतिक बढ़त मिलेगी।