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ग्वालियर में प्रॉपर्टी डील के विवाद में कारोबारी की हत्या: 5 लाख की दलाली बनी जानलेवा सौदा, चार आरोपी गिरफ्तार
Gwalior, MP
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ग्वालियर में एक प्रॉपर्टी डीलर की गोली मारकर हत्या कर दी गई। हत्या की वजह एक मकान की नीलामी से जुड़ी पांच लाख रुपये की दलाली (कमीशन) बनी।
प्रॉपर्टी डीलर रामस्वरूप तोमर की हत्या उन चार युवकों ने की, जो पहले उनके साथ इस मकान को लेकर सौदेबाज़ी में शामिल थे। लेकिन बाद में लालच और आपसी मनमुटाव ने इस डील को खून-खराबे में बदल दिया।
बैंक से बंधक मकान, और उस पर थी दोनों पक्षों की नजर
मकान लक्ष्मीपुरम क्षेत्र में स्थित है, जिसे यूनियन बैंक नीलाम करने वाली थी। इस मकान पर मृतक रामस्वरूप तोमर और आरोपी पक्ष दोनों की नजर थी। आरोपी अंकित बैंक रिकवरी का काम करता है, और उसे नीलामी की अंदरूनी जानकारी थी। दोनों पक्षों ने तय किया था कि नीलामी में जो मकान खरीदेगा, वह दूसरे पक्ष को 5 लाख रुपये का कमीशन देगा।
गौरव की एंट्री से टूटी डील, और बढ़ा तनाव
मामले ने तब मोड़ लिया जब अंकित के ग्रुप में गौरव तोमर नाम का बदमाश शामिल हुआ। गौरव ने सुझाव दिया कि वह बैंक से सेटिंग कर मकान अपने नाम करवा सकता है, ऐसे में रामस्वरूप को फालतू में 5 लाख क्यों दिए जाएं? यही बात बाकी आरोपियों को भी भा गई और डील तोड़ दी गई।
रामस्वरूप को जब डील टूटने का पता चला तो उसने विरोध जताया, जिससे विवाद और बढ़ा। 24 जुलाई की रात चारों आरोपी रामस्वरूप से मिलने उसके घर पहुंचे, उसे बातचीत के बहाने बाहर बुलाया और गली के किनारे ले जाकर गोली मार दी।
हत्या की रात क्या हुआ था?
रात करीब 11:20 बजे रामस्वरूप तोमर अपने घर लौटे ही थे कि तभी चारों आरोपी — गौरव, अंकित, अजय और हिमेश — वहां पहुंचे। पहले फोन पर बहस हो चुकी थी। आरोपी रामस्वरूप को गली में ले गए और वहीं कहासुनी शुरू हुई। बात बढ़ी तो गौरव तोमर ने सीधा सिर पर गोली मार दी। रामस्वरूप की मौके पर ही मौत हो गई।
मकान की असली कहानी क्या है?
विवादित मकान मूल रूप से अंबाह निवासी रेखा शर्मा के नाम पर है। उनका बेटा गौरव शर्मा वर्ष 2017 में यूनियन बैंक से 17 लाख का लोन लेकर यह मकान गिरवी रख चुका था। लोन न चुका पाने की वजह से बैंक अब मकान की नीलामी कर रही है, जिस पर प्रॉपर्टी डीलरों की नजर लगी हुई थी।
गौरव तोमर को एनकाउंटर में किया गया गिरफ्तार
हत्या के बाद पुलिस ने फरार आरोपियों की तलाश शुरू की। 25 जुलाई की सुबह सूचना मिली कि गौरव तोमर शंकरपुर के जंगलों में छुपा है। पुलिस ने घेराबंदी की तो गौरव ने फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में गोली उसके पैर में लगी और उसे गिरफ्तार कर अस्पताल में भर्ती कराया गया।
पुलिस की गिरफ्त में सभी आरोपी
चारों आरोपी — गौरव तोमर, अंकित, अजय धाकड़ और हिमेश शर्मा — अब पुलिस की गिरफ्त में हैं। पूछताछ में उन्होंने हत्या की बात कबूल की है और कहा कि "समझाने गए थे, लेकिन वह नहीं माना, इसलिए गोली मार दी।" पुलिस ने इनके पास से कट्टा और पिस्टल भी जब्त की है।