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सरकारी स्कूल के शिक्षक की शर्मनाक करतूत ने मचाया बवाल: गाय के साथ आपत्तिजनक हरकत, शहर में उभरा जनाक्रोश
Rajgarh, MP

सारंगपुर में सोमवार सुबह एक सरकारी स्कूल के शिक्षक द्वारा की गई आपत्तिजनक हरकत ने पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया।
एक सीसीटीवी फुटेज में शिक्षक को गाय के साथ अशोभनीय व्यवहार करते हुए देखा गया, जिसके बाद सोशल मीडिया पर आक्रोश की लहर दौड़ पड़ी। आरोपी की पहचान होने के बाद स्थानीय प्रशासन ने तत्परता से कार्रवाई करते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया है।
CCTV में कैद हुई शर्मनाक हरकत
यह घटना सारंगपुर-अकोदिया रोड पर स्थित एक टायर शोरूम के सामने की है, जहां लगे सीसीटीवी कैमरे में आरोपी शिक्षक की हरकत रिकॉर्ड हो गई। फुटेज वायरल होते ही हिंदू संगठनों और आम नागरिकों में भारी रोष उत्पन्न हो गया। लोगों ने थाने का घेराव कर तत्काल सख्त कार्रवाई की मांग की।
आरोपी गिरफ्तार, पुलिस ने निकाला जुलूस
थाना प्रभारी आकांक्षा हाड़ा की अगुवाई में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू की। चार घंटे के भीतर आरोपी मोहम्मद राशिद (43), निवासी श्योपुर, को गिरफ्तार कर लिया गया। वर्तमान में वह सारंगपुर के आदर्श नगर में रह रहा था और एक शासकीय कन्या विद्यालय में शिक्षक के रूप में कार्यरत था।
गिरफ्तारी के बाद आरोपी की आंखों पर पट्टी बांधकर पुलिस ने प्रतीकात्मक रूप से शहर में जुलूस निकाला, जिसे देखने बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हो गए। भीड़ ने “जय श्रीराम” के नारे लगाए और आरोपी को कठोर दंड देने की मांग की।
राजनीतिक और सामाजिक प्रतिक्रिया
राज्यमंत्री गौतम टेटवाल ने घटना पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने इसे “अमानवीय और राक्षसी कृत्य” बताते हुए कहा कि इस तरह की घटनाएं न सिर्फ कानून व्यवस्था पर प्रश्नचिन्ह लगाती हैं, बल्कि हमारी सनातन संस्कृति और सामाजिक मर्यादाओं पर गहरा आघात पहुंचाती हैं।
“ऐसे अपराध को केवल अपराध मानना पर्याप्त नहीं है — यह सभ्यता के विरुद्ध युद्ध जैसा है। कानून के तहत इस अपराधी को ऐसी सजा दी जाएगी जो आने वाली पीढ़ियों के लिए चेतावनी बने,” – गौतम टेटवाल, राज्यमंत्री
कानूनी कार्रवाई जारी
पुलिस ने आरोपी के खिलाफ पशु क्रूरता अधिनियम सहित भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं में केस दर्ज कर लिया है। साथ ही शिक्षा विभाग से भी इस मामले में कार्रवाई की अपेक्षा जताई जा रही है। स्थानीय लोगों और संगठनों की मांग है कि आरोपी को तत्काल सेवा से बर्खास्त कर उसे न्यायिक हिरासत में भेजा जाए।