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जबलपुर में किसान की संदिग्ध हालात में मौत: इलाज से पहले बनाया वीडियो, कहा- पुलिस ने पीटा, पैसे मांगे
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मध्यप्रदेश के जबलपुर जिले के बेलखेड़ी गांव के एक 30 वर्षीय किसान लोचन सिंह लोधी की मौत ने पुलिस पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
परिजनों ने आरोप लगाया है कि पुलिस की पूछताछ के दौरान हुई मारपीट से उसकी हालत बिगड़ी, जिसके बाद उसे मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया जहां उसकी मौत हो गई। मृतक के परिजनों ने वीडियो साक्ष्य के साथ एसपी ऑफिस पहुंचकर कार्रवाई की मांग की है।
मौत से पहले रिकॉर्ड किया वीडियो, लगाया गंभीर आरोप
लोचन सिंह का एक 38 सेकंड का वीडियो सामने आया है जो इलाज के दौरान परिजनों ने रिकॉर्ड किया था। वीडियो में वह कहता है—
“पुलिस बुलाकर मारती थी, मुझसे पैसे भी मांगे जाते थे।”
वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस पर कार्रवाई की मांग तेज हो गई है।
महिला की आत्महत्या मामले में था संदेही
1 जून 2025 को गांव की 60 वर्षीय महिला कल्लू बाई ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। जांच के दौरान पुलिस को संदेह हुआ कि लोचन सिंह और उसका साथी प्रदीप सिंह महिला को परेशान करते थे।
इस आधार पर पुलिस लगातार पूछताछ के लिए लोचन को बुला रही थी। परिजनों का दावा है कि 5 जुलाई से पुलिस ने शारीरिक रूप से प्रताड़ित करना शुरू किया।
थाने से अस्पताल, फिर मेडिकल कॉलेज... और मौत
परिजनों के अनुसार, 6 जुलाई को लोचन की हालत अचानक बिगड़ गई। वह थाने पहुंचा और बताया कि उसने कुछ खा लिया है। वहां उसे उल्टियां हुईं। पुलिस ने पहले बेलखेड़ा स्वास्थ्य केंद्र और फिर मेडिकल कॉलेज रेफर किया, जहां उसकी सोमवार को मौत हो गई।
पुलिस का बचाव, परिजन अड़े कार्रवाई की मांग पर
थाना प्रभारी गाजीवती पुसाम ने आरोपों को नकारते हुए कहा कि लोचन ने खुद बताया कि उसने कुछ खा लिया है, और पुलिस ने ही उसे अस्पताल पहुंचाया। उनका कहना है कि लोचन शराब का आदी था और पूर्व में भी शिकायतें मिली थीं।
वहीं, मृतक के परिजनों का कहना है कि यदि पुलिस ने समय रहते मेडिकल मदद दी होती तो शायद लोचन बच सकता था।
जांच शुरू, ASP ने दिए निष्पक्ष जांच के निर्देश
मामले की गंभीरता को देखते हुए एएसपी सूर्यकांत शर्मा ने कहा कि—
“परिजनों ने जो शिकायत दी है, उसकी जांच करवाई जा रही है। सच्चाई सामने लाने के लिए हर पहलू की पड़ताल की जाएगी।”
पुलिस पर लगाए गए मारपीट, अवैध वसूली और पूछताछ के दौरान प्रताड़ना जैसे आरोपों की जांच का भरोसा अधिकारियों ने दिलाया है।