- Hindi News
- राज्य
- मध्य प्रदेश
- मंदसौर में किसान सम्मेलन और एग्री-हॉर्टी एक्सपो का शुभारंभ, सात प्रगतिशील किसान होंगे सम्मानित, कांग...
मंदसौर में किसान सम्मेलन और एग्री-हॉर्टी एक्सपो का शुभारंभ, सात प्रगतिशील किसान होंगे सम्मानित, कांग्रेस कार्यकर्ता हिरासत में
Mandsaur

मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले के सीतामऊ में शुक्रवार को किसान सम्मेलन एवं एग्री-हॉर्टी एक्सपो 2025 का भव्य शुभारंभ हुआ। इस आयोजन में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव विशेष रूप से शामिल हुए। कार्यक्रम में डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा, कृषि मंत्री एदल सिंह कंषाना, बाल विकास मंत्री निर्मला भूरिया सहित अनेक जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे।
इस एक्सपो का उद्देश्य उन्नत कृषि तकनीक, नवाचार और फूड प्रोसेसिंग से जुड़ी आधुनिक जानकारियों को किसानों तक पहुंचाना है। कार्यक्रम में लगभग 250 निवेशकों ने भाग लिया, जो मसाला और औषधीय फसलों पर आधारित कृषि परियोजनाओं में रुचि दिखा रहे हैं।
सात प्रगतिशील किसान होंगे सम्मानित
इस सम्मेलन में राज्य सरकार द्वारा चयनित सात प्रगतिशील किसानों को सम्मानित किया जाएगा। सम्मानित होने वाले किसानों में दलौदा के डॉ. राकेश पाटीदार का नाम प्रमुख है, जो अलसी के डंठल से रेशा निकालने का अभिनव कार्य कर रहे हैं। सिंदपन के शुभम शर्मा वर्मी कंपोस्ट, मधुमक्खी पालन और मशरूम की खेती के माध्यम से किसानों के लिए प्रेरणा बन चुके हैं। मंदसौर के अनुशील गुप्ता 500 से अधिक किसानों के साथ मिलकर गाजर की कांट्रैक्ट फार्मिंग कर रहे हैं।
नौकरी छोड़ी, अपनाई जैविक खेती
धलपट गांव के जितेंद्र पाटीदार ने सरकारी नौकरी छोड़कर सौर ऊर्जा आधारित ड्रिप सिंचाई प्रणाली से फलों की जैविक खेती को अपनाया है। वहीं, जग्गाखेड़ी के लक्ष्मीनारायण माली शेडनेट हाउस में फूलों की खेती कर रहे हैं। पिपल्या जोधा के नरेंद्र सिंह बोराना ने भी सरकारी सेवा से त्यागपत्र देकर पशुपालन और जैविक खेती को अपना लिया है।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं का विरोध, पुलिस ने लिया हिरासत में
मुख्यमंत्री की सभा के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन की कोशिश की, जिन्हें सीतामऊ के गुरुकृपा होटल के समीप से पुलिस ने हिरासत में लेकर थाने भेज दिया। पुलिस प्रशासन की सक्रियता से सभा में किसी प्रकार का व्यवधान नहीं हुआ।
वैज्ञानिकों की मौजूदगी में साझा होंगे अनुभव
इस सम्मेलन में कृषि वैज्ञानिकों की मौजूदगी ने कार्यक्रम की उपयोगिता को और बढ़ाया। सफल किसानों द्वारा अपने अनुभव साझा किए गए, जिससे अन्य किसानों को आधुनिक और टिकाऊ कृषि पद्धतियों की प्रेरणा मिली।