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छत्रपति शिवाजी महाराज की विरासत को समर्पित 'भारत गौरव एक्सप्रेस' रवाना, छह दिवसीय टूर में दिखेगा मराठा शौर्य
JAGRAN DESK
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मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस से ऐतिहासिक विरासत को समर्पित ‘भारत गौरव एक्सप्रेस’ ट्रेन को महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की उपस्थिति में हरी झंडी दिखाई गई। यह विशेष ट्रेन महाराष्ट्र की अस्मिता और मराठा गौरव के प्रतीक छत्रपति शिवाजी महाराज के जीवन से जुड़े ऐतिहासिक स्थलों की यात्रा पर यात्रियों को लेकर रवाना हुई।
6 दिवसीय यात्रा का जबरदस्त क्रेज
सेंट्रल रेलवे के अनुसार, ट्रेन को आम जनता से शानदार प्रतिसाद मिला है। सभी 710 सीटें पहले ही भर चुकी हैं। इनमें 480 यात्री स्लीपर, 190 यात्री थ्री-एसी और 40 यात्री टू-एसी श्रेणी में सफर कर रहे हैं। इस टूर का उद्देश्य छत्रपति शिवाजी महाराज के गौरवशाली इतिहास और मराठा संस्कृति से जुड़ी विरासत को यात्रियों तक पहुंचाना है।
भारत गौरव एक्सप्रेस: 6 दिवसीय टूर का पूरा कार्यक्रम
दिन-1:
मुंबई से प्रस्थान के बाद ट्रेन माणगांव स्टेशन पर रुकेगी। यहां से पर्यटक रायगढ़ किला जाएंगे, जहां शिवाजी महाराज का राज्याभिषेक हुआ था। रात का विश्राम पुणे में होगा।
दिन-2:
पुणे में लाल महल, कस्बा गणपति मंदिर और शिवसृष्टि थीम पार्क का दर्शन होगा। रात पुणे में विश्राम।
दिन-3:
शिवनेरी किला (शिवाजी महाराज की जन्मस्थली) और भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग के दर्शन। फिर पुणे वापसी।
दिन-4:
सतारा के रास्ते प्रतापगढ़ किले का भ्रमण, जहां शिवाजी महाराज और अफजल खान के बीच ऐतिहासिक युद्ध हुआ था। कोल्हापुर के लिए प्रस्थान।
दिन-5:
कोल्हापुर में महालक्ष्मी मंदिर और फिर पन्हाला किले का दौरा। यहीं शिवाजी महाराज ने कई दिन बिताए और बाजी प्रभु देशपांडे ने अद्भुत वीरता दिखाई थी।
दिन-6:
मुंबई वापसी। सुबह ट्रेन छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस पहुंचेगी।
यात्रा में क्या-क्या शामिल है?
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सभी यात्रियों के लिए पूर्ण शाकाहारी भोजन
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वातानुकूलित होटल में रात्रि विश्राम
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बसों के माध्यम से दर्शनीय स्थलों तक ट्रांसपोर्ट
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ट्रेन्ड टूर एस्कॉर्ट, गाइड और यात्रा बीमा
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ऐतिहासिक स्थलों पर विशेष गाइडेड अनुभव
इतिहास से जुड़ने का अनोखा अवसर
यह यात्रा केवल एक पर्यटन यात्रा नहीं है, बल्कि मराठा स्वाभिमान और शिवाजी महाराज के शौर्य से रूबरू होने का मौका है। आईआरसीटीसी और भारतीय रेलवे की यह पहल भारत की समृद्ध संस्कृति और इतिहास से नई पीढ़ी को जोड़ने की दिशा में एक सार्थक प्रयास है।