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आज का पंचांग: अष्टमी तिथि और विशाखा नक्षत्र में क्या करें, क्या न करें?
DHARAM DESK

श्रावण मास की शुक्ल पक्ष अष्टमी तिथि शनिवार 2 अगस्त 2025 को पड़ रही है। यह तिथि मां दुर्गा को समर्पित मानी जाती है, लेकिन पंचांग के अनुसार इसे शुभ कार्यों के लिए विशेष रूप से उपयुक्त नहीं माना गया है। ऐसे में इस दिन श्रद्धा से पितृ पूजन करें, परंतु नए कार्य आरंभ करने या बड़ा निर्णय लेने से परहेज करना बेहतर रहेगा।
आज का पंचांग:
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तिथि: शुक्ल पक्ष अष्टमी
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वार: शनिवार
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नक्षत्र: विशाखा
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चंद्र राशि: तुला
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सूर्य राशि: कर्क
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सूर्योदय: सुबह 6:10 बजे
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सूर्यास्त: शाम 7:20 बजे
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राहुकाल: सुबह 9:28 से 11:06 बजे
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यमगंड: दोपहर 2:24 से 4:03 बजे
नक्षत्र और ग्रहों की स्थिति:
आज विशाखा नक्षत्र है, जिसका स्वामी ग्रह बृहस्पति है। यह नक्षत्र तुला राशि से वृश्चिक राशि की सीमा तक फैला है। विशाखा नक्षत्र को इन्द्र और अग्नि देवताओं का योग माना जाता है, जो इसे एक मिश्रित स्वभाव वाला नक्षत्र बनाता है। यह दिन विशेष रूप से घरेलू कार्यों, योजनाओं की समीक्षा और पितरों की स्मृति में साधना के लिए उपयुक्त है।
क्या करें, क्या न करें?
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क्या करें:
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पितृ पूजन, देवी दुर्गा की आराधना
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पुराने कार्यों को निपटाना
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नियमित कर्तव्यों का पालन
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क्या न करें:
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नए काम की शुरुआत
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शुभ यात्रा या निवेश
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राहुकाल, यमगंड और गुलिक काल में कोई महत्वपूर्ण कार्य
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धार्मिक मान्यता:
अष्टमी तिथि पर देवी दुर्गा की आराधना विशेष फलदायी मानी जाती है। खासकर श्रावण महीने की अष्टमी पर साधना से मानसिक शक्ति और शांति प्राप्त होती है। साथ ही पितरों की संतुष्टि के लिए जल तर्पण, दीप दान और स्मरण भी शुभ माने जाते हैं।