- Hindi News
- राज्य
- छत्तीसगढ़
- बघेल का बड़ा आरोप: बस्तर के संसाधनों को उद्योगपतियों के हाथ सौंपने की साजिश
बघेल का बड़ा आरोप: बस्तर के संसाधनों को उद्योगपतियों के हाथ सौंपने की साजिश
Raipur, CG
.jpg)
कांग्रेस की न्याय यात्रा के दूसरे दिन पूर्व मुख्यमंत्री और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव भूपेश बघेल ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि भाजपा की डबल इंजन सरकार बस्तर क्षेत्र के जल, जंगल, जमीन और खनिज संसाधनों को बड़े उद्योगपतियों को सौंपने का षड्यंत्र रच रही है। भूपेश बघेल ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘नगरनार स्टील प्लांट निजीकरण नहीं होगा’ की गारंटी के बावजूद प्लांट को निजी हाथों में सौंपने की प्रक्रिया लगातार जारी है।
गारंटी के बावजूद प्लांट को निजी हाथों में सौंपने की प्रक्रिया लगातार जारी है।
भूपेश बघेल ने कहा कि बस्तर के आदिवासियों के अधिकारों की रक्षा और उनकी संसाधनों के संरक्षण के लिए कांग्रेस हमेशा खड़ी रही है और आगे भी खड़ी रहेगी। उन्होंने भाजपा सरकार की नीतियों को आदिवासी अधिकारों के खिलाफ बताते हुए कहा कि जल, जंगल और जमीन के अधिकार धीरे-धीरे आदिवासियों से छीने जा रहे हैं।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने भी भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि कुछ कॉर्पोरेट घरानों की नजर बस्तर के प्राकृतिक संसाधनों पर है, जो कि पूरी तरह से अवैध कटाई और खनन के जरिए हो रहा है। उन्होंने बताया कि बीजापुर के स्टार क्षेत्र में कोरंडम खदान के पास सैकड़ों पेड़ों की चुपचाप कटाई कर दी गई, लेकिन वन विभाग और पर्यावरण विभाग समेत संबंधित अधिकारी इस पर अब तक कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर बस्तर के संसाधनों को लूटने का यह आदेश किसके निर्देश पर हो रहा है।
न्याय यात्रा में भारी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता और नेता मौजूद रहे। दंतेवाड़ा की पूर्व विधायक देवती कर्मा, बीजापुर विधायक विक्रम मंडावी, बिंद्रानवागढ़ विधायक जनक राम ध्रुव, पूर्व विधायक रेखचंद जैन सहित कई वरिष्ठ नेता इस आयोजन में शामिल थे।
पिछले विधानसभा और लोकसभा चुनावों के दौरान प्रधानमंत्री और गृहमंत्री ने नगरनार प्लांट के निजीकरण को रोकने का वादा किया था। लेकिन आज भी केंद्र सरकार की वेबसाइट पर प्लांट के निजीकरण की प्रक्रिया सक्रिय है। कांग्रेस इस मुद्दे को लेकर भाजपा सरकार के खिलाफ सशक्त विरोध करती रहेगी।