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बेमेतरा में शिक्षक नहीं, ताला लगाकर सड़क पर बैठे छात्र: मंत्री के जन्मदिन में व्यस्त DEO-BEO, बच्चों ने कहा – "हमन ल गुरुजी दव..."
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छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले में हायर सेकेंडरी स्कूल खाती के छात्र-छात्राओं ने पढ़ाई में बाधा और शिक्षकों की कमी के विरोध में स्कूल में ताला जड़ दिया और सड़क पर बैठकर प्रदर्शन किया। बच्चों का कहना है कि विज्ञान, गणित और वाणिज्य जैसे अहम विषयों के शिक्षक स्कूल में मौजूद ही नहीं हैं। ऐसे में नए शिक्षा सत्र की शुरुआत होने के बावजूद पढ़ाई पूरी तरह ठप है।
प्रदर्शन कर रहे बच्चों ने सवाल उठाया – "जब गुरुजी ही नहीं हैं, तो हम कैसे पढ़ेंगे?" बच्चों ने स्लोगन भी लगाया – "हमन ल गुरुजी दव…"
मंत्री के जन्मदिन में व्यस्त अफसर, बच्चों की सुध नहीं
जहां छात्र-छात्राएं शिक्षकों की मांग को लेकर सड़क पर बैठे हैं, वहीं दूसरी ओर जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) और खंड शिक्षा अधिकारी (BEO) प्रदेश के खाद्य मंत्री दयालदास बघेल के बंगले पर उनके जन्मदिन का जश्न मनाने में व्यस्त नजर आए। इस विरोधाभास ने प्रशासन की प्राथमिकताओं पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
जिले में लगातार सामने आ रहे ऐसे मामले
यह कोई पहला मामला नहीं है। कुछ दिन पहले आत्मानंद स्कूल, बेमेतरा के छात्रों ने भी शिक्षकों की कमी को लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचकर प्रदर्शन किया था। वहां छात्रों ने नाराजगी जताते हुए कहा था –
"हमें शराब दुकान नहीं, स्कूल में शिक्षक चाहिए!"
छात्रों का कहना था कि राज्य सरकार शराब दुकानें खोल सकती है, लेकिन स्कूलों में विषय विशेषज्ञ शिक्षक नियुक्त करने के लिए कोई ठोस योजना नहीं है।
प्रिंसिपल के जवाब से और बढ़ा आक्रोश
छात्रों ने बताया कि जब उन्होंने स्कूल के प्रिंसिपल से विषय शिक्षकों की मांग की, तो उन्हें कहा गया कि डिजिटल माध्यम से पढ़ाई कर लो, और यदि पसंद नहीं तो टीसी लेकर स्कूल छोड़ दो। इस गैर-जिम्मेदाराना रवैये से बच्चों का भविष्य अधर में लटका नजर आ रहा है।
शिक्षा विभाग का युक्तियुक्तकरण वादा हवा-हवाई?
हालांकि जिला प्रशासन का दावा है कि पूरे जिले में युक्तियुक्तकरण (Rationalization) के जरिए शिक्षकों की व्यवस्था की जा रही है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयान कर रही है। बच्चों के सड़क पर उतरने और स्कूल में तालाबंदी से शिक्षा विभाग की कार्यशैली पर बड़ा प्रश्नचिह्न खड़ा हो गया है।