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होटल के कमरे में युवक ने की आत्महत्या: सुसाइड नोट में लिखा- मानसिक रूप से परेशान हूं, किसी को दोष न दें
Raipur, CG
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छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में एक युवक ने होटल के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक ने एक सुसाइड नोट छोड़ा है, जिसमें उसने मानसिक रूप से परेशान होने की बात लिखी है और स्पष्ट किया है कि उसकी आत्महत्या के लिए कोई जिम्मेदार नहीं है।
घटना आमानाका थाना क्षेत्र के टाटीबंध स्थित होटल सेंट्रल की है। युवक की पहचान उमेश पिता गेंदलाल के रूप में हुई है, जो बालोद जिले का रहने वाला था।
कैसे सामने आया मामला?
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30 जून दोपहर 12 बजे उमेश ने होटल की पहली मंजिल पर कमरा बुक कराया था।
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शाम को वह एक बार कमरे से बाहर निकला, फिर दोबारा भीतर गया और बाहर नहीं आया।
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जब दो दिन तक कमरे से कोई हलचल नहीं हुई, तो होटल स्टाफ को संदेह हुआ।
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स्टाफ ने तत्काल पुलिस को सूचना दी।
पुलिस ने दरवाजा तोड़ा, फंदे पर लटका मिला शव
सूचना मिलने पर आमानाका थाना प्रभारी सुनील दास अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। काफी देर तक आवाज देने के बाद भी जब कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली, तो पुलिस ने कमरे का दरवाजा तोड़ दिया। अंदर उमेश का शव पंखे से रस्सी के सहारे लटका हुआ मिला।
पुलिस ने शव को नीचे उतारकर पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल भेज दिया है।
सुसाइड नोट में लिखी परेशानियां, बोतलें भी मिलीं
पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें उमेश ने लिखा है कि वह लंबे समय से मानसिक तनाव में था और अब जीवन समाप्त कर रहा है। उसने यह भी स्पष्ट किया कि उसकी मौत के लिए कोई जिम्मेदार नहीं है।
कमरे से कुछ बियर की खाली बोतलें भी बरामद हुई हैं। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि उमेश आत्महत्या के लिए रस्सी भी साथ लेकर आया था, जिससे यह घटना पूर्वनियोजित प्रतीत हो रही है।
परिजनों से हो रही पूछताछ, मानसिक स्थिति की जांच में जुटी पुलिस
पुलिस ने मृतक के परिजनों को सूचित कर दिया है और उनसे युवक की मानसिक स्थिति, पारिवारिक और सामाजिक पृष्ठभूमि की जानकारी जुटाई जा रही है। आत्महत्या के पीछे की वजहों की जांच जारी है।
मानसिक स्वास्थ्य पर उठे सवाल
इस घटना ने एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि मानसिक स्वास्थ्य को लेकर समाज में अब भी जागरूकता की गंभीर कमी है। तनाव, अवसाद और अकेलेपन जैसी स्थितियों को समय रहते समझना और इलाज करवाना बेहद जरूरी है।