- Hindi News
- बिजनेस
- FMCG सेक्टर में IPO की बुनियाद: अंबानी की नई रणनीति से मार्केट में हलचल
FMCG सेक्टर में IPO की बुनियाद: अंबानी की नई रणनीति से मार्केट में हलचल
Business News

रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी एक बार फिर बाजार को चौंकाने की तैयारी में हैं। इस बार फोकस है तेजी से बढ़ते FMCG सेक्टर पर, जहां रिलायंस अब अपने कंज्यूमर ब्रांड्स को एक अलग और सशक्त इकाई में समेटकर आगामी मेगा IPO के लिए मंच तैयार कर रहा है।
क्या है रणनीति?
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अपने FMCG ब्रांड्स को New Reliance Consumer Products Ltd (New RCPL) नामक नई इकाई में ट्रांसफर करने की योजना बनाई है। यह यूनिट अब रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) की सीधी सब्सिडियरी होगी, जैसे Jio Platforms Ltd है।
फिलहाल ये ब्रांड्स RCPL, RRL और RRVL जैसी तीन इकाइयों के अंतर्गत आते हैं। अब इन्हें एकीकृत कर New RCPL के तहत लाया जा रहा है। माना जा रहा है कि यह स्पिन-ऑफ एक IPO लॉन्च से पहले का रणनीतिक कदम है, जो रिलायंस को FMCG सेक्टर में स्थायी पहचान दिला सकता है।
IPO या मार्केट की चाल बदलने वाला दांव?
मार्केट एक्सपर्ट्स के अनुसार, यह कदम सिर्फ निवेशकों को आकर्षित करने की रणनीति नहीं है, बल्कि रिलायंस को भारतीय FMCG इंडस्ट्री में एक बड़े भरोसेमंद खिलाड़ी के रूप में स्थापित करने की दिशा में बड़ी पहल है। विशेष रूप से ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में बढ़ती FMCG डिमांड को देखते हुए यह चाल निर्णायक साबित हो सकती है।
इन ब्रांड्स पर होगी रिलायंस की अगली चाल
नई यूनिट के तहत शामिल प्रमुख ब्रांड्स:
-
Independence – पैकेज्ड फूड्स और किराना उत्पाद
-
Campa – सॉफ्ट ड्रिंक्स
-
Ravalgaon – पारंपरिक मिठाइयां
-
SIL – जैम और सॉस
-
Sosyo – रीजनल बेवरेजेज
-
Velvette – शैम्पू और हर्बल केयर
11,500 करोड़ रुपये की मौजूदगी, 15+ ब्रांड्स का पोर्टफोलियो
वित्त वर्ष 2024-25 में रिलायंस का FMCG कारोबार ₹11,500 करोड़ तक पहुंच चुका है। इस पोर्टफोलियो में 15 से अधिक घरेलू और अधिग्रहित ब्रांड्स शामिल हैं। रिलायंस की रणनीति स्पष्ट है – सस्ती कीमत, व्यापक पहुंच और ऊंचा रिटेल मार्जिन।
RCPL के उत्पाद कोका-कोला, हिंदुस्तान यूनिलीवर और मोंडलीज़ जैसे दिग्गजों की तुलना में 20-40% तक सस्ते होते हैं, और छोटे व्यापारियों को बेहतर मुनाफा देते हैं।
रिटेल से FMCG तक रिलायंस की सटीक पकड़
देशभर में फैले रिलायंस रिटेल स्टोर्स पहले ही ब्रांड की जबरदस्त पहुंच और सप्लाई चेन को मजबूती दे रहे हैं। अब अलग FMCG यूनिट बनाकर कंपनी एक स्वतंत्र, आक्रामक और मुनाफेदार बिजनेस खड़ा करना चाहती है।