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छत्तीसगढ़ में मानसून की दस्तक: दंतेवाड़ा से हुआ आगाज़, कई जिलों में येलो अलर्ट
Raipur, CG
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छत्तीसगढ़ में आखिरकार गर्मी से राहत देने वाला दक्षिण-पश्चिम मानसून 28 मई को दंतेवाड़ा से प्रदेश में प्रवेश कर चुका है।
मौसम विभाग ने मानसून की दस्तक के साथ ही बस्तर, रायपुर, बिलासपुर और सरगुजा संभाग के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। इन इलाकों में तेज बारिश के साथ अंधड़ चलने की चेतावनी दी गई है।
29-30 मई को भारी बारिश की संभावना
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, बंगाल की खाड़ी पर बने निम्न दबाव क्षेत्र के कारण 29 और 30 मई को प्रदेश के कुछ स्थानों पर मध्यम से भारी वर्षा हो सकती है। इसके बाद बारिश की तीव्रता में कमी आने की संभावना है।
विभाग ने यह भी बताया कि अगले 48 घंटों के भीतर प्रदेश में अधिकतम तापमान में 2 से 4 डिग्री सेल्सियस तक वृद्धि हो सकती है।
मौसमीय स्थिति का वैज्ञानिक विश्लेषण
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दक्षिण-पश्चिम मानसून छत्तीसगढ़ के कई हिस्सों में 28 मई को आगे बढ़ चुका है।
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बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिमी भाग में बना निम्न दबाव क्षेत्र जल्द ही डिप्रेशन में बदल सकता है।
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एक द्रोणिका (ट्रफ लाइन) पश्चिमी राजस्थान से होते हुए मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ तक फैली है।
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समुद्र तल से 0.9 किमी से लेकर 7.6 किमी ऊंचाई तक चक्रवाती परिसंचरण का प्रभाव देखा जा रहा है, जो दक्षिण की ओर झुका हुआ है।
पेण्ड्रा बना तापमान का केंद्र
पिछले 24 घंटों में प्रदेश के अनेक हिस्सों में हल्की से मध्यम वर्षा, जबकि कुछ स्थानों पर भारी बारिश दर्ज की गई है।
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पेण्ड्रा रोड में ही प्रदेश का सबसे उच्चतम तापमान 36.3°C और न्यूनतम तापमान 22.8°C दर्ज किया गया, जो राज्यभर में सबसे अधिक और कम रहा।
रायपुर में बादल छाए रहेंगे, बारिश की संभावना
राजधानी रायपुर में अगले 24 घंटों में बादल छाए रहने और गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना जताई गई है।
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अधिकतम तापमान: लगभग 36°C
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न्यूनतम तापमान: लगभग 25°C
अगले पांच दिनों तक बारिश का दौर जारी रहेगा
मौसम विभाग के मुताबिक, छत्तीसगढ़ में अगले पांच दिनों तक अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा, जबकि एक-दो स्थानों पर भारी वर्षा की भी संभावना बनी हुई है।
मानसून की दस्तक के साथ ही छत्तीसगढ़ में मौसम ने करवट ले ली है। येलो अलर्ट के मद्देनज़र लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है, खासकर ग्रामीण इलाकों और संवेदनशील क्षेत्रों में। किसानों और आम लोगों के लिए यह वर्षा राहत लेकर आ सकती है, लेकिन मौसम की तीव्रता को नजरअंदाज करना भी ठीक नहीं होगा।