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छत्तीसगढ़ में मानसून पूरे शबाब पर: कुसमी में रिकॉर्ड 200 मिमी बारिश, 8 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट
Raipur, CG
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छत्तीसगढ़ में मानसून अब पूरी तरह एक्टिव हो चुका है।
प्रदेश के 14 से अधिक जिलों में झमाझम बारिश का सिलसिला जारी है, वहीं कुसमी में रिकॉर्ड 200 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जो इस वर्ष अब तक की एक दिन की सबसे अधिक वर्षा है। मौसम विभाग ने सूरजपुर, कोरिया और मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जबकि सरगुजा, बलरामपुर, जशपुर और गौरेला-पेंड्रा-मारवाही में यलो अलर्ट लागू किया गया है।
प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में बरसा पानी
गुरुवार को प्रदेश भर में औसतन 28 मिमी बारिश दर्ज की गई। अकेले 14 जिलों के 56 से अधिक स्थानों पर न्यूनतम 10 मिमी वर्षा रिकॉर्ड हुई। बारिश के चलते दिन के तापमान में 5 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट देखी गई है, जिससे गर्मी से राहत महसूस की जा रही है।
तीन जिलों में ऑरेंज अलर्ट, अन्य में भी सक्रिय सिस्टम
मौसम विभाग ने स्पष्ट किया है कि सूरजपुर, कोरिया और मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी में गरज-चमक के साथ भारी वर्षा की संभावना है। वहीं रायपुर, दुर्ग, महासमुंद, धमतरी और बेमेतरा सहित अन्य जिलों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना बनी हुई है। कोरबा, रायगढ़ और बिलासपुर क्षेत्र में भी स्थानीय हवाओं और नमी के चलते बादल सक्रिय हैं।
22.69 मिमी औसत बारिश पिछले छह दिन में
मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले छह दिनों में प्रदेश में 22.69 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है। मंगलवार को मानसून की सक्रियता ने रफ्तार पकड़ी जब यह बस्तर से निकलकर रायपुर होते हुए उत्तर छत्तीसगढ़ के सरगुजा अंचल तक पहुंचा।
इस साल मानसून ने 16 दिन पहले दी थी दस्तक
गौरतलब है कि इस वर्ष मानसून ने अपने तय समय 13 जून से 16 दिन पहले, यानी 28 मई को ही छत्तीसगढ़ में प्रवेश कर लिया था। यह घटना प्रदेश के मौसम के इतिहास में एक रिकॉर्ड है, क्योंकि पिछले 64 वर्षों में पहली बार मानसून मई माह में प्रदेश में पहुंचा। इससे पहले, 1971 में 1 जून को मानसून की सबसे जल्दी आमद दर्ज की गई थी।
कृषि और जनजीवन को मिला संजीवनी संकल्प
लगातार हो रही बारिश से कृषि कार्यों में तेजी आई है। किसानों ने खेतों की जुताई और बोनी की तैयारियां शुरू कर दी हैं। जलस्रोतों के भरने से सिंचाई की संभावनाएं भी बढ़ गई हैं। दूसरी ओर, शहरी क्षेत्रों में कुछ स्थानों पर जलभराव की स्थिति भी बनी, लेकिन समग्र रूप से वर्षा जनजीवन के लिए राहतकारी साबित हो रही है।
क्या कहता है मौसम विभाग?
मौसम विज्ञानियों के अनुसार, फिलहाल बंगाल की खाड़ी और छत्तीसगढ़ के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। अगले 48 घंटे तक प्रदेश के कई हिस्सों में मध्यम से भारी वर्षा की संभावना बनी हुई है। साथ ही गरज-चमक, तेज हवाएं और कुछ जगहों पर आकाशीय बिजली गिरने की भी चेतावनी दी गई है।