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सीजफायर पर सचिन पायलट का सवाल—क्या पाकिस्तान ने दी है सुरक्षा की गारंटी?
Raipur, CG

छत्तीसगढ़ के दौरे पर पहुंचे कांग्रेस नेता एवं प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट ने रविवार को रायपुर में पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए व्यापारी दिनेश मिरानिया के परिजनों से मुलाकात की।
इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार से तीखे सवाल करते हुए कहा कि आतंकवाद के खिलाफ देश एकजुट है, लेकिन सरकार को यह स्पष्ट करना चाहिए कि क्या अमेरिका या पाकिस्तान से सीजफायर के बदले कोई सुरक्षा की गारंटी ली गई है?
पायलट ने मांग की कि केंद्र सरकार को संसद का विशेष सत्र बुलाकर सीजफायर और ऑपरेशन सिंदूर जैसे मुद्दों पर विस्तृत चर्चा करनी चाहिए, ताकि देश की जनता के मन में उठ रहे सवालों का समाधान हो सके।
संविधान बचाओ रैली में होंगे शामिल
सचिन पायलट आज दोपहर जांजगीर-चांपा में आयोजित ‘संविधान बचाओ यात्रा’ में हिस्सा लेंगे। इस रैली में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी मौजूद रहेंगे। पायलट ने कहा कि यह यात्रा आज की संवैधानिक चुनौतियों के खिलाफ जनजागरण का माध्यम है।
सीजफायर और अमेरिका की भूमिका पर सवाल
पायलट ने कहा, "अमेरिका के राष्ट्रपति द्वारा सीजफायर की घोषणा करना आश्चर्यजनक है। आतंकवाद भारत का आंतरिक मुद्दा है, लेकिन कश्मीर को चर्चा में लाकर अमेरिका ने असंवेदनशीलता दिखाई है। दुख की बात है कि अमेरिका के किसी वरिष्ठ नेता ने 'आतंकवाद' शब्द का जिक्र तक नहीं किया।"
कर्नल सोफिया कुरैशी पर टिप्पणी देने वाले मंत्री को बर्खास्त करने की मांग
मध्यप्रदेश के एक मंत्री द्वारा सेना की अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी पर की गई टिप्पणी पर पायलट ने नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि यह बयान सेना का अपमान है और भाजपा नेतृत्व की चुप्पी खतरनाक है। मंत्री को तुरंत बर्खास्त किया जाना चाहिए।
संसद में पुनः पारित हो पीओके पर प्रस्ताव
पायलट ने कहा कि 1994 में तत्कालीन प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव की सरकार ने पीओके को भारत का अभिन्न हिस्सा मानने वाला प्रस्ताव संसद में पारित किया था। अब वक्त आ गया है कि उस प्रस्ताव को दोबारा संसद में पारित किया जाए, ताकि पाकिस्तान द्वारा फैलाई जा रही गलतफहमियों का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जवाब दिया जा सके।
भारत-पाक की तुलना अस्वीकार्य, संसद हो एकजुट
पायलट ने कहा कि भारत की तुलना पाकिस्तान से करना दुर्भाग्यपूर्ण है। "हम चीन से प्रतिस्पर्धा करते थे, अब हमें पाकिस्तान के स्तर पर रखा जा रहा है। हमें आतंकवाद के मुद्दे पर एक स्वर में बोलना चाहिए और प्रधानमंत्री को सभी दलों के साथ बैठकर स्पष्टता लानी चाहिए।"
सेना किसी पार्टी की नहीं, देश की अमानत है
उन्होंने कहा, "सेना किसी दल या नेता की नहीं, पूरे देश की है। जो भी सवाल उठ रहे हैं, उन पर पारदर्शिता जरूरी है। हमारी सेना पर हमें गर्व है और उसकी प्रतिष्ठा से किसी भी राजनीतिक फायदे के लिए नहीं खेला जाना चाहिए।"
जांच एजेंसियों के दुरुपयोग पर तीखा हमला
संविधान बचाओ यात्रा के औचित्य पर उन्होंने कहा कि देश में जांच एजेंसियों का राजनीतिक दुरुपयोग हो रहा है। “आज सत्ता में बैठे कुछ लोग घमंड और अहंकार में जनता की आवाज दबाने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन समय हमेशा एक जैसा नहीं रहता।”
भाजपा नेता अरुण साव द्वारा ‘कांग्रेस बचाओ यात्रा’ कहे जाने पर पायलट ने पलटवार करते हुए कहा कि, "जिन्हें लग रहा था कि वे 300 या 500 सीटें जीतेंगे, वे अब 240 पर अटक गए हैं। जनता सब देख रही है और समय आने पर जवाब भी देगी।"
नक्सलवाद पर कार्रवाई जरूरी, पर संवेदनशीलता भी हो
नक्सलवाद पर बोलते हुए पायलट ने कहा कि कांग्रेस हमेशा शांति और संवाद की पक्षधर रही है। “सरकार को कार्रवाई करते समय संवेदनशीलता बरतनी चाहिए। बदले की भावना से लिए गए कदम सामाजिक संतुलन को बिगाड़ सकते हैं।”