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“गुना में जानलेवा कुआं: गाय बचाने उतरे पांच ग्रामीणों का दम घुटने से निधन”
नंदकिशोर कुशवाह, गुना, मध्य प्रदेश

जिले के धरनावदा गांव में मंगलवार को एक पुराना कुआं पांच जिंदगियों का काल बन गया।
एक गाय को बचाने के प्रयास में कुएं में उतरे छह में से पांच लोगों की मौत हो गई, जबकि एक व्यक्ति गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती है। ग्रामीणों का कहना है कि यह कुआं दशकों पुराना है और इसे लेकर गांव में हमेशा से ‘शापित’ होने की चर्चाएं चलती रही हैं।
दर्दनाक हादसा दोपहर 2 बजे हुआ
धरनावदा गांव में भदोरिया कृषि फार्म के एक पुराने कुएं में अचानक एक गाय गिर गई। गाय को बचाने के लिए एक के बाद एक छह ग्रामीण कुएं में उतरे, मगर जहरीली गैस और ऑक्सीजन की बेहद कम मात्रा के चलते पांच लोगों की मौके पर ही जान चली गई।
NDRF, NFL और GAIL की टीमें मौके पर पहुंचीं
हादसे की सूचना मिलते ही प्रशासन हरकत में आया और NDRF की टीम को मौके पर रवाना किया गया। हालांकि, कुएं से रिसने वाली जहरीली गैस के चलते बचाव अभियान में मुश्किलें आईं, जिसके बाद NFL और GAIL की विशेषज्ञ रेस्क्यू टीमें मौके पर बुलाई गईं। जब तक बचाव दल कुएं में उतरे तब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी थी।
मृतकों और घायल व्यक्ति के नाम
कुएं में मृत पाए गए लोगों में गुरुदयाल (पिता गंगाराम ओझा), शिवचरण (पिता भंवरलाल साहू) और सोनू (पिता पप्पू कुशवाह) शामिल हैं। वहीं, इलाज के दौरान दम तोड़ने वालों में सिद्धार्थ (पिता दिमान सिंह सहरिया) और मन्नू (पिता श्रीकृष्ण कुशवाह) के नाम शामिल हैं। हादसे में केवल एक व्यक्ति, पवन (पिता ग्यारसी कुशवाह) जिंदा बच सके, जिनका इलाज चल रहा है।
70 फीट गहरा है कुआं, 14 फीट पानी
ग्रामीणों के अनुसार यह पुराना कुआं करीब 70 फीट गहरा है, जिसमें लगभग 14 फीट पानी मौजूद है। प्रत्यक्षदर्शियों प्रह्लाद और बंटी कुशवाह का कहना है कि गाय फार्म में दौड़ते हुए कुएं में गिरी, और जब ग्रामीण उसे बचाने उतरे तो जहरीली गैस का शिकार हो गए।
कार्बन मोनोऑक्साइड रिसाव या शाप?
स्थानीय प्रशासन के अनुसार पुराने कुओं में कार्बन मोनोऑक्साइड जैसे जहरीली गैसें भरने का खतरा रहता है, जो अंदर जाने वालों का दम घोंट देती है। हालांकि ग्रामीण इसे एक पुराने ‘शाप’ से जोड़कर देख रहे हैं, जो सालों से गांव में एक किंवदंती के तौर पर सुनी जाती है।
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