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MP : 53 जिलों में अलर्ट, नर्मदा उफान पर, कई शहरों में जनजीवन अस्त-व्यस्त
BHOPAL, MP

मध्य प्रदेश में मानसून अब पूरे जोर पर है और जुलाई की विदाई मूसलाधार बारिश के साथ होने जा रही है। मौसम विभाग ने रविवार को प्रदेश के 53 जिलों में भारी से अति भारी बारिश को लेकर रेड, ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया है। इस दौरान नदियों का जलस्तर खतरनाक सीमा को पार कर गया है और कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात बन चुके हैं।
राज्य पर छाया मॉनसून का सबसे शक्तिशाली सिस्टम
इस समय प्रदेश में इस सीजन का सबसे शक्तिशाली मॉनसून सिस्टम सक्रिय है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक, कम दबाव का क्षेत्र, दो ट्रफ लाइनें और दो चक्रवाती परिसंचरण मिलकर प्रदेश भर में मेघों की घनी परतें बना चुके हैं। इससे अगले चार दिनों तक तेज बारिश की संभावना जताई गई है।
इन जिलों में रेड और ऑरेंज अलर्ट
आज रविवार को प्रदेश के शिवपुरी और अशोकनगर में रेड अलर्ट घोषित किया गया है। वहीं नीमच, मंदसौर, रतलाम, उज्जैन, आगर-मालवा, राजगढ़, देवास, सीहोर, गुना, विदिशा, सागर, दमोह, टीकमगढ़, छतरपुर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया सहित कई जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
अन्य जिलों में येलो अलर्ट की चेतावनी दी गई है।
नर्मदा खतरे के पार, बाढ़ जैसी स्थिति
प्रदेश की जीवनरेखा नर्मदा नदी कई स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। इंदौर, भोपाल, उज्जैन, सीहोर, विदिशा, डबरा (ग्वालियर) जैसे शहरों में तेज बारिश और जलभराव के कारण सामान्य जीवन प्रभावित हुआ है।
सीहोर के आष्टा और ग्वालियर के डबरा में घरों और दुकानों में पानी घुसने की खबरें हैं। कई मुख्य सड़कें बंद हो गई हैं।
शैक्षणिक गतिविधियों पर असर, प्रशासन हाई अलर्ट पर
भारी बारिश की आशंका को देखते हुए कई जिलों में स्कूल बंद करने पर विचार किया जा रहा है। स्थानीय प्रशासन ने आपदा प्रबंधन टीमों को सतर्क कर दिया है। कई जगह राहत शिविर और नावों की व्यवस्था की जा रही है।
31 जुलाई तक बारिश का सिलसिला जारी रहेगा
मौसम विभाग के अनुसार, यह सिस्टम 31 जुलाई तक प्रदेश में सक्रिय रहेगा। कुछ जिलों में इस दौरान 250 से 300 मिमी तक वर्षा हो सकती है, जिससे और अधिक जलभराव, सड़क जाम और बाढ़ जैसी परिस्थिति बन सकती है।