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सैलाब से डूबा गुना: बारिश बनी त्रासदी, डूबे घर-उजड़े सपने, हालात संभालने उतरी सेना
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गुना जिले में मूसलाधार बारिश ने जनजीवन को तबाही के कगार पर ला खड़ा किया है। सोमवार रात से लेकर मंगलवार तक हुई लगातार बारिश ने शहर को पानी-पानी कर दिया।
भगत सिंह कॉलोनी, नानाखेड़ी, पुरानी छावनी, राधा कॉलोनी से लेकर कई क्षेत्रों में एक-एक मंजिल तक पानी भर गया। कलोरा डेम की वेस्ट बीयर के टूट जाने से हालात और भयावह हो गए। प्रशासन को सेना और एनडीआरएफ की मदद लेनी पड़ी। डरे-सहमे लोग रात भर अपने घरों में दहशत के साए में रहे।
अब तक जिले में तीन लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि एक युवक अब भी लापता है। बारिश के पानी ने शहर की सड़कों को उखाड़ दिया, दुकानों का सामान बह गया और सैकड़ों लोग अपने आशियानों से बेघर हो गए।
नानाखेड़ी मंडी में पानी ने एक इलेक्ट्रॉनिक्स दुकान को तबाह कर दिया—टीवी, फ्रिज, एसी पानी में बह गए। वहीं एटीएम मशीनों में फंसा लाखों रुपयों का कैश भी नुकसान की भेंट चढ़ गया। हाट रोड और खटीक मोहल्ले जैसे व्यावसायिक इलाके बर्बादी की तस्वीर बन गए हैं।
बमोरी क्षेत्र में कलोरा डेम के टूटने की आशंका के चलते सेना और एनडीआरएफ की टीमों ने मोर्चा संभाल लिया है। 11 गांवों में हाई अलर्ट जारी कर हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है। बांध की दीवार 10 फीट तक टूट गई है और पानी तेज बहाव के साथ निचले इलाकों में घुस चुका है।
कई स्थानों पर रेस्क्यू अभियान चलाकर लोगों को उत्कृष्ट विद्यालय और अन्य सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया। जिले के गांवों में हालात और भी गंभीर हैं, जहां बाढ़ ने खेत, घर और सड़क सबकुछ निगल लिया है। कलोरा, बमोरी क्षेत्र में सेना के दो कैंप बनाए गए हैं ताकि राहत कार्यों को तेज किया जा सके।
बारिश की मार से जिले में अब तक तीन मौतें हो चुकी हैं। गोपालपुरा तालाब के पास सीताराम पाल पानी के बहाव में बह गए। कर्नलगंज क्षेत्र में दो मंजिला मकान गिरने से शरीफ खान की मौत हो गई, जबकि बांसखेड़ी में कर्मचारी लक्ष्मीनारायण कोरी की लाश बुधवार को बीज निगम खेत में मिली। एक अन्य युवक बबलू कुशवाह अभी भी लापता है।
बुधवार को केंद्रीय मंत्री एवं सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने तीन जिलों के कलेक्टरों से वर्चुअल बैठक कर राहत कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रभावित इलाकों में सुरक्षा, भोजन, पानी और इलाज की व्यवस्था में कोई कमी न रहे। सिंधिया ने कहा, "इस आपदा की घड़ी में मैं सांसद नहीं, एक परिजन के रूप में हर क्षण आपके साथ हूं।"
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