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बलिदान दिवस पर जबलपुर पहुंचेंगे मुख्यमंत्री: रानी दुर्गावती को देंगे श्रद्धांजलि, स्थानीय कार्यक्रमों में लेंगे हिस्सा
Jabalpur, MP

गौंडवाना साम्राज्य की वीरांगना रानी दुर्गावती के 462वें बलिदान दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आज जबलपुर पहुंचेंगे। वे गौर स्थित ग्राम बरहा में रानी दुर्गावती की प्रतिमा पर माल्यार्पण करेंगे और बलिदान दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में भाग लेंगे।
इस अवसर पर लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह, सांसद आशीष दुबे, क्षेत्रीय विधायक व अन्य नेता भी मौजूद रहेंगे।
मुख्यमंत्री का निर्धारित दौरा कार्यक्रम
डॉ. मोहन यादव आज शाम 4:20 बजे वाराणसी से डुमना एयरपोर्ट पहुंचेंगे, और वहां से हेलिकॉप्टर के माध्यम से गांव बरहा स्थित रानी दुर्गावती के समाधि स्थल के लिए प्रस्थान करेंगे।
शाम 4:45 बजे वे माल्यार्पण करेंगे, और शाम 5:30 बजे वापस डुमना एयरपोर्ट आकर भोपाल के लिए रवाना होंगे।
बरहा: बलिदान की भूमि
बरगी रोड पर स्थित गांव बरहा, वही ऐतिहासिक स्थान है जहां 24 जून 1564 को रानी दुर्गावती ने मुगलों से युद्ध करते हुए वीरगति प्राप्त की थी। नरई नाले के समीप उनका समाधि स्थल आज भी श्रद्धा का केंद्र है।
प्रधानमंत्री मोदी ने रखी थी स्मारक की आधारशिला
5 अक्टूबर 2023 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जबलपुर में 52 फीट ऊंची रानी दुर्गावती की प्रतिमा सहित 100 करोड़ की लागत से बनने वाले स्मारक की आधारशिला रखी थी। यह स्मारक रानी की शौर्यगाथा और बलिदान को आने वाली पीढ़ियों तक पहुंचाने का माध्यम बनेगा।
रानी दुर्गावती: साहस, आत्मबलिदान और स्वाभिमान की प्रतिमूर्ति
रानी दुर्गावती का जन्म 5 अक्टूबर 1524 को कालिंजर किले में हुआ था। दुर्गाष्टमी के दिन जन्म लेने के कारण उन्हें 'दुर्गावती' नाम दिया गया। विवाह के बाद उन्होंने गढ़मंडला (वर्तमान जबलपुर) की सत्ता संभाली और मुगल सम्राट अकबर के अधीन होने से इनकार करते हुए युद्ध का रास्ता चुना।
रानी ने तीन मुस्लिम राजाओं को युद्ध में हराया और अंत में कटार अपने सीने में भोंककर आत्मबलिदान दे दिया। उनका जीवन स्वतंत्रता, सम्मान और अस्मिता की प्रेरणा है।