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खंडवा में 137 मकानों-दुकानों पर चला बुलडोज़र: 400 पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में कार्रवाई, AIMIM ने कहा- बहू उजाड़ रही है ससुर की दी ज़मीन
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शहर के बीचोंबीच स्थित शकर तालाब के किनारे गुरुवार सुबह प्रशासन ने बड़ी अतिक्रमण हटाओ कार्रवाई को अंजाम दिया। इस दौरान नगर निगम और राजस्व विभाग की टीम ने पुलिस बल की मौजूदगी में 137 मकान और दुकानें ध्वस्त कर दीं। कार्रवाई सुबह 6 बजे शुरू हुई और करीब 5 घंटे चली। आरोप है कि जब अमला पहुंचा, तब लोग अपने घरों में गहरी नींद में थे।
AIMIM का आरोप: बहू उजाड़ रही ससुर की दी जमीन
असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM ने इस कार्रवाई पर कड़ा ऐतराज जताते हुए कहा कि जिन परिवारों को पूर्व विधायक स्व. हुकुमचंद यादव ने ज़मीन के पट्टे दिए थे, अब उन्हीं की बहू और वर्तमान भाजपा महापौर उन्हें उजाड़ रही हैं। पार्टी ने इसे प्रशासन की भू-माफिया समर्थक नीति करार दिया।
400 पुलिसकर्मियों के साथ SFI तैनात
संवेदनशीलता को देखते हुए प्रशासन ने बड़ी सुरक्षा व्यवस्था तैनात की। 400 पुलिस जवान, एक SFI कंपनी, 13 जेसीबी, 3 पोकलेन और 10 से अधिक डंपरों की मदद से कार्रवाई को अंजाम दिया गया। सुरक्षा के लिए इलाके को तीन स्तरों में बैरिकेड किया गया और ड्रोन कैमरों से निगरानी रखी गई।
22 मकानों को कोर्ट से स्टे
अपर कलेक्टर काशीराम बड़ौले ने बताया कि कुल 137 मकानों में से 22 पर फिलहाल कोई कार्रवाई नहीं हुई है, क्योंकि इनपर कोर्ट का स्टे आदेश है। इन्हें चिह्नित कर सुरक्षित रखा गया है।
रात में सो रहे थे लोग, सुबह उजड़ गया आशियाना
स्थानीय निवासियों का आरोप है कि बस्ती वर्षों से आबाद थी और जब लोग नींद में थे, तब अमला अचानक जेसीबी लेकर पहुंचा। घबराए लोग अपना सामान निकालने लगे, लेकिन कुछ ही देर में उनके आशियाने मलबे में तब्दील हो गए।
मुस्लिम समाज का आरोप- सुपारी पर चली कार्रवाई
मुस्लिम नेताओं ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि यह जमीन वास्तव में कुछ निजी व्यक्तियों की थी, जिसे बाद में रसूखदारों ने खरीदा और अब प्रशासन से मिलकर गरीबों को जबरन हटवाया जा रहा है। उन्होंने इस कार्रवाई को "सुपारी पर की गई कार्रवाई" बताया।
निगम ने पहले दी थी नोटिस, कार्रवाई की तैयारी पहले से
अधिकारियों का कहना है कि निगम की ओर से 5 माह पहले से नोटिस दिए जा रहे थे और 24 घंटे का अंतिम अल्टीमेटम मंगलवार को दिया गया था। कई लोगों ने खुद से अपने निर्माण हटा लिए थे। बुधवार को एसपी, एसडीएम और निगम आयुक्त ने स्थल निरीक्षण किया और कार्रवाई की रणनीति तय की गई।