- Hindi News
- राज्य
- मध्य प्रदेश
- उज्जैन: श्रावण में महाकाल की सवारी नई चांदी की पालकी में, 14 जुलाई से शुरू होगा भव्य आयोजन
उज्जैन: श्रावण में महाकाल की सवारी नई चांदी की पालकी में, 14 जुलाई से शुरू होगा भव्य आयोजन
Ujjain, MP
.jpg)
श्री महाकालेश्वर मंदिर, उज्जैन में श्रावण-भाद्रपद मास के अवसर पर होने वाली महाकाल की भव्य सवारी की तैयारियां तेज़ हो गई हैं। इस बार भगवान महाकाल नई चांदी की पालकी में नगर भ्रमण पर निकलेंगे, जो श्रद्धालुओं और भक्तों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र बनी हुई है।
गुप्त दान में मिली थी पालकी, अब पहली बार होगी उपयोग
यह नई पालकी भिलाई के एक अज्ञात भक्त द्वारा नवंबर 2024 में गुप्त दान के रूप में दी गई थी। पिछली पालकी को पीडब्ल्यूडी इंजीनियरों ने असुरक्षित करार दिया था, जिसके बाद मंदिर समिति ने इस नई पालकी को उपयोग में लाने का फैसला किया। पालकी को पूरी तरह से उज्जैन में ही 100 दिनों में तैयार किया गया है।
कारीगरी में झलकती है शिल्प और भक्ति की गहराई
इस 17 फीट लंबी और 3 फीट चौड़ी पालकी का वजन करीब 100 किलो है। इसका ढांचा सागौन की लकड़ी और स्टील पाइप से बना है, जिस पर 20.6 किलोग्राम चांदी की परत चढ़ाई गई है। पालकी पर सिंह मुख, सूर्य, स्वास्तिक, कमल पुष्प और शेरों की उभरी हुई नक्काशी भी की गई है, जो इसकी धार्मिक गरिमा को और भी भव्य बनाती है।
श्रावण-भाद्रपद मास में कुल छह सवारियां
श्रावण मास की पहली सवारी 14 जुलाई को निकलेगी। इसके बाद भगवान महाकाल की पालकी 21 जुलाई, 28 जुलाई, 4 अगस्त, 11 अगस्त और 18 अगस्त को अंतिम राजसी सवारी के साथ श्रावण-भाद्रपद मास का समापन करेगी।
भक्तों के लिए विशेष दर्शन व्यवस्था
महाकाल मंदिर प्रशासन ने सवारी के दौरान श्रद्धालुओं के लिए विशेष दर्शन, सुरक्षा और मार्ग व्यवस्था की तैयारियां शुरू कर दी हैं। प्रत्येक सवारी को धार्मिक आस्था और परंपरा के अनुरूप शाही स्वरूप में निकाला जाएगा, जो उज्जैन की आध्यात्मिक विरासत का प्रतीक है।