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प्रताप पराक्रम यात्रा में गूंजा राष्ट्रभक्ति का स्वर: इंदौर में भगवा लहराया, वीर शौर्य को दी श्रद्धांजलि
Indore, MP
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करणी सेना भारत द्वारा वीरता और स्वाभिमान के प्रतीक महाराणा प्रताप एवं महाराजा छत्रसाल की स्मृति में गुरुवार को प्रताप पराक्रम यात्रा निकाली गई। यह यात्रा भारत माता मंदिर, बापट चौराहे से आरंभ होकर विभिन्न मार्गों से गुजरते हुए छत्रसाल प्रतिमा स्थल पर सम्पन्न हुई। आयोजन में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए और पूरे मार्ग पर भगवा ध्वज व जयकारों की गूंज रही।
यात्रा में शामिल लोगों ने सिर पर पारंपरिक राजपुताना साफा बांधा हुआ था और हाथों में भारत माता व हिंदुत्व की शान दर्शाते भगवा ध्वज थे। वातावरण ‘महाराणा प्रताप अमर रहें’ और ‘भारत माता की जय’ के नारों से गुंजायमान रहा।
सामाजिक एकता और वीर स्मृति का प्रतीक आयोजन
करणी सेना भारत के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह गौतम और जिला अध्यक्ष यादवेंद्र सिंह गौर यादू ने जानकारी दी कि यह यात्रा विजय नगर, रेडिसन स्क्वायर होते हुए छत्रसाल प्रतिमा स्थल पर पहुंची, जहां माल्यार्पण के साथ इसका समापन हुआ। इस आयोजन का उद्देश्य राजपूत समाज के गौरवशाली इतिहास को जनमानस के बीच पुनः जागृत करना था।
यात्रा में पूर्व सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर, विधायक रमेश मेंदोला, विधायक उषा ठाकुर, भाजपा जिला अध्यक्ष श्रवण सिंह चावड़ा और नगर अध्यक्ष सुमित मिश्रा सहित कई गणमान्य लोग शामिल हुए। आयोजन स्थल पर जगह-जगह मंच सजाए गए थे, जहां पुष्पवर्षा कर यात्रा का स्वागत किया गया।
महाराणा प्रताप के आदर्शों को अपनाने का संदेश
पूर्व सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने इस अवसर पर कहा कि महाराणा प्रताप केवल राजपूत समाज ही नहीं, अपितु पूरे भारत के प्रेरणास्त्रोत हैं। उन्होंने सर्वसमाज को साथ लेकर राष्ट्र, धर्म और संस्कृति की रक्षा की। आज आवश्यकता है कि हम सभी उनके आदर्शों को आत्मसात करें और एकजुट होकर देश को मजबूत बनाएं।
प्रताप पराक्रम यात्रा की प्रमुख झलकियां:
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यात्रा में शामिल लोग वाहनों पर सवार थे और हाथों में भगवा व तिरंगा ध्वज लहरा रहे थे।
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पूरे मार्ग में महाराणा प्रताप, महाराजा छत्रसाल और भारत माता के जयकारों से माहौल देशभक्ति से भर गया।
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आयोजन को क्षत्रिय समाज द्वारा समर्पित किया गया, जिसमें वीरता, स्वाभिमान और ऐतिहासिक गौरव को याद किया गया।
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शहर के कई स्थानों पर पुष्पवर्षा और सांस्कृतिक स्वागत किया गया।