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PM मोदी को घाना का सर्वोच्च नागरिक सम्मान, आतंकवाद के खिलाफ साथ मिलकर काम करने का संकल्प
Jagran Desk

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बुधवार को घाना के सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'द ऑफिसर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द स्टार ऑफ घाना' से नवाजा गया। घाना की राजधानी एक्रॉ में हुए भव्य समारोह में राष्ट्रपति जॉन महामा ने यह सम्मान प्रदान किया। दोनों देशों के बीच रणनीतिक और सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत बनाने के उद्देश्य से 4 महत्वपूर्ण समझौते भी साइन किए गए।
इस सम्मान को लेकर PM मोदी ने कहा, "यह मेरे लिए गौरव और भारत के लिए सम्मान की बात है।" उन्होंने कहा कि भारत और घाना आतंकवाद को मानवता का दुश्मन मानते हैं और इसके खिलाफ मिलकर लड़ने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
PM मोदी के संबोधन की मुख्य बातें:
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भारत घाना को UPI आधारित डिजिटल भुगतान प्रणाली में सहयोग देगा।
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ITEC और ICCR स्कॉलरशिप्स को दोगुना किया जाएगा।
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'फीड घाना' प्रोग्राम में सीधी मदद दी जाएगी।
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घाना की सेना के लिए ट्रेनिंग, डिफेंस सप्लाई और साइबर सुरक्षा में सहयोग होगा।
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घाना में जनऔषधि केंद्र के जरिए किफायती दवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
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युवाओं के लिए वोकेशनल एजुकेशन में स्किल डेवलपमेंट सेंटर स्थापित किया जाएगा।
4 अहम समझौतों पर हस्ताक्षर हुए:
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विदेश मंत्रालय स्तरीय जॉइंट कमीशन मीटिंग की स्थापना।
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पारंपरिक चिकित्सा के क्षेत्र में एक्सपर्ट ट्रेनिंग और अनुभव साझा करना।
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सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए कल्चरल MoU।
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प्रोडक्ट क्वालिटी और स्टैंडर्ड तय करने के लिए स्टैंडर्ड सेटिंग MoU।
सांस्कृतिक कार्यक्रम और भारतवंशियों से भेंट
PM मोदी के स्वागत में घाना के भारतवंशी समुदाय ने पारंपरिक नृत्य और शास्त्रीय प्रस्तुतियां दीं। बच्चों ने संस्कृत श्लोकों के माध्यम से प्रधानमंत्री का अभिनंदन किया। जुबली हाउस में प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति महामा के बीच द्विपक्षीय वार्ता हुई, जहां वैश्विक संकटों और संयुक्त राष्ट्र में सुधारों पर सहमति बनी।
भारत-घाना रिश्तों की मजबूती की मिसाल
भारत ने कोविड काल में घाना को 6 लाख वैक्सीन और चिकित्सीय सहायता प्रदान की थी। दोनों देश NAM (गुटनिरपेक्ष आंदोलन) के सदस्य हैं और संयुक्त राष्ट्र में एक-दूसरे का समर्थन करते हैं। घाना ने भारत की UNSC में स्थायी सदस्यता के दावे का समर्थन भी किया है।