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GST कटौती से ऑटो सेक्टर में नई रफ्तार: दोपहिया बिक्री 6% और यात्री वाहन 3% बढ़ने की संभावना
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त्योहारी सीजन से पहले ऑटोमोबाइल उद्योग के लिए राहत की खबर आई है। क्रिसिल की एक ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार, 22 सितंबर से लागू होने वाली नई GST संरचना (5% और 18%) वाहनों की मांग को नई गति देगी।
बिक्री में बढ़ोतरी का अनुमान
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चालू वित्त वर्ष में दोपहिया वाहनों की बिक्री 5-6% बढ़ने का अनुमान।
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यात्री वाहनों (PV) की बिक्री 2-3% तक बढ़ सकती है।
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यह वृद्धि ऑटो उद्योग के कुल वॉल्यूम का लगभग 90% हिस्सा कवर करती है।
क्रिसिल रेटिंग्स के वरिष्ठ निदेशक अनुज सेठी का कहना है कि “नई टैक्स संरचना न केवल मांग को बढ़ावा देगी बल्कि अनुपालन को आसान बनाएगी और अंतरराज्यीय कराधान के जरिए रसद लागत भी कम करेगी।”
नई GST दरों का असर
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छोटे यात्री वाहन, 350 सीसी तक के दोपहिया, वाणिज्यिक वाहन (CV) और तिपहिया वाहन: GST दरें 28% से घटकर 18%।
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मध्यम और बड़े यात्री वाहन: 3-7% तक कर कटौती।
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ट्रैक्टर: दरें क्रमशः 12% और 28% से घटकर 5% और 18%।
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प्रीमियम मोटरसाइकिल (350 सीसी से ऊपर): कर बोझ बढ़ेगा, दरें 31% से बढ़कर 40%।
इससे जहां आम और मध्यम वर्गीय उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी, वहीं हाई-एंड बाइक सेगमेंट पर दबाव बढ़ सकता है।
कंपनियों की वित्तीय स्थिति पर असर
क्रिसिल रेटिंग्स की निदेशक पूनम उपाध्याय के अनुसार, “नई संरचना और बढ़ती मांग से वाहन कंपनियों का नकदी प्रवाह मजबूत होगा। साथ ही, मार्जिन और क्रेडिट प्रोफाइल में भी सुधार आएगा।”
त्योहारी सीजन बनेगा बूस्टर
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नवरात्रि और दिवाली पर नए मॉडल लॉन्च होने वाले हैं।
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ब्याज दरों में नरमी और उपभोक्ताओं की सामर्थ्य में सुधार से मांग और बढ़ेगी।
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हालांकि, 1 अक्टूबर 2025 से वाणिज्यिक वाहनों (CV) में अनिवार्य एसी केबिन नियम लागू होगा, जिससे लागत बढ़ सकती है। लेकिन कम GST दरें इस बोझ को संतुलित करेंगी।