दुनिया के टॉप टैक्स वसूलने वाले देश: भारत नहीं, ये देश काटते हैं सबसे ज्यादा इनकम टैक्स

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भारत में इनकम टैक्स को लेकर लोग अक्सर शिकायत करते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत दुनिया के उन देशों में शामिल नहीं है जहां सबसे ज्यादा टैक्स वसूला जाता है?

असल में, दुनिया में ऐसे कई देश हैं जहां टैक्स दर 50% से भी अधिक है, जबकि भारत में अधिकतम दर 39% है।

आईए जानते हैं उन देशों के बारे में जहां कमाई का बड़ा हिस्सा टैक्स में चला जाता है—


दुनिया के सबसे ज्यादा टैक्स वसूलने वाले देश

आइवरी कोस्ट – 60%

दुनिया में सबसे ऊंची व्यक्तिगत इनकम टैक्स दर आइवरी कोस्ट में है। यहां अमीर लोगों को अपनी आय का 60% सरकार को टैक्स के रूप में देना पड़ता है।

फिनलैंड – 56.95%

फिनलैंड में करीब 57% टैक्स देना पड़ता है। लेकिन बदले में मुफ्त शिक्षा, हेल्थकेयर, पेंशन और अन्य सुविधाएं मिलती हैं।

जापान – 55.97%

जापान की टैक्स दर भी लगभग 56% है। देश में स्वास्थ्य सेवाएं, पब्लिक ट्रांसपोर्ट और साफ-सफाई का स्तर दुनिया में बेहतरीन माना जाता है।

डेनमार्क – 55.9%

डेनमार्क को दुनिया का सबसे खुशहाल देश कहा जाता है। यहां 55.9% टैक्स के बावजूद लोग खुश हैं क्योंकि उन्हें सामाजिक सुरक्षा, स्वास्थ्य और शिक्षा की उत्कृष्ट सुविधाएं मिलती हैं।

ऑस्ट्रिया – 55%

ऑस्ट्रिया में भी उच्च टैक्स दर है, लेकिन बदले में जीवन स्तर, स्वच्छता और सार्वजनिक सेवा ढांचा शानदार है।

बेल्जियम – 53.7%

बेल्जियम में टैक्स दर 53.7% है लेकिन यहां की हेल्थ और वेलफेयर स्कीमें विकसित देशों जैसी हैं।

स्वीडन – 50%

स्वीडन में मुफ्त शिक्षा और हेल्थकेयर के बदले लोगों को 50% तक टैक्स देना होता है।

फ्रांस और 🇩🇪 जर्मनी – 45%

फ्रांस और जर्मनी जैसे विकसित देशों में टैक्स दर लगभग 45% है, लेकिन पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर और वेलफेयर सिस्टम उत्कृष्ट हैं।


भारत का क्या स्थान है?

भारत में उच्चतम इनकम टैक्स स्लैब 39% है। यह दर वैश्विक औसत से कम मानी जाती है। इसके बावजूद कई लोग टैक्स के बोझ को लेकर असंतोष जताते हैं। लेकिन जब हम भारत की तुलना ऊपर दिए गए देशों से करते हैं, तो स्पष्ट होता है कि भारत टैक्स के मामले में अपेक्षाकृत किफायती देश है।


🔍 जहां टैक्स 0% है

कुछ देश ऐसे भी हैं जहां इनकम टैक्स शून्य है, जैसे—

  • 🇧🇸 बहामास

  • 🇧🇭 बहरीन

  • 🇧🇲 बरमूडा

  • 🇰🇼 कुवैत

  • 🇦🇪 यूएई

  • 🇸🇦 सऊदी अरब

  • 🇶🇦 क़तर

हालांकि इन देशों की अर्थव्यवस्था प्राकृतिक संसाधनों (जैसे तेल) पर आधारित है, जिससे सरकार को टैक्स के बिना भी राजस्व मिलता है।



अगर आपको लगता है कि भारत में टैक्स बहुत ज्यादा है, तो एक बार फिर सोचिए। दुनिया में ऐसे कई देश हैं जहां टैक्स की दरें कहीं अधिक हैं, लेकिन वे बदले में बेहतर सेवाएं भी देते हैं। भारत को भी इसी संतुलन की ओर बढ़ने की जरूरत है—जहां टैक्स के बदले नागरिकों को सुशासन और उत्कृष्ट सेवाएं मिलें।

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